काशी के चुनावी मैदान में पहली बार सबसे कम सात उम्मीदवार
स्वतंत्रदेश,लखनऊराष्ट्रीय समाजवादी जनक्रांति पार्टी के पारस नाथ केशरी ने शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया। अब चुनाव मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत सात उम्मीदवार हैं। वाराणसी लोकसभा सीट के चुनावी इतिहास में पहली बार मैदान में सात उम्मीदवार हैं। इसके पहले 1996 में सबसे अधिक 47 और सबसे कम 1977 में 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में रहे।
कलेक्ट्रेट सभागार में कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह 11 से 3 बजे तक नाम वापसी के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने वाले आठ उम्मीदवारों का इंतजार जिला निर्वाचन अधिकारी एस राजलिंगम ने किया। इस दौरान राष्ट्रीय समाजवादी जनक्रांति पार्टी के पारस नाथ केशरी पहुंचे और उन्होंने अपना पर्चा वापस ले लिया। चुनाव प्रक्रिया के तहत 3 बजे के बाद घोषणा की गई कि चुनावी मैदान में सात उम्मीदवार रहेंगे।
एक जून को होगा सातों उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला
अब इन सातों उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला एक जून को ईवीएम में कैद होगा। चुनाव के लिए ईवीएम के एक बैलेट यूनिट का इस्तेमाल किया जाएगा। ईवीएम के एक बैलेट यूनिट में 16 बटनं होते हैं। 15 प्रत्याशियों के अलावा एक नोटा का बटन होता है। 15 से अधिक उम्मीदवार होने पर ही डबल वैलेट यूनिट का इस्तेमाल होता है। सात से 14 मई तक चले नामांकन प्रक्रिया में कुल 41 प्रत्याशियों ने पर्चा दाखिल किया था। नामांकन पत्रों की जांच में 33 प्रत्याशियों के पर्चे खारिज किए गए थे।
ईवीएम की बैलेट यूनिट पर सबसे पहले मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय पार्टी के उम्मीदवार का नाम और उसके सामने चुनाव निशान होगा। इसके बाद रजिस्ट्रीकृत राजनीतिक दलों के प्रत्याशी के नाम होंगे। तीसरे नंबर पर निर्दलीय प्रत्याशियों के नाम और चुनाव निशान होंगे। सभी प्रत्याशियों के नाम अ, आ, इ, ई से ज्ञ तक के क्रम में होंगे।