भारत में सिर्फ एक फीसदी आबादी ही करती है रक्तदान
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने कहा कि कई देशों में आबादी का 30 से 40 फीसदी हिस्सा रक्तदान करता है, लेकिन हमारे देश में ऐसा नहीं है। यहां बमुश्किल एक फीसदी लोग ही रक्तदान करते हैं। इस वजह से मरीजों के लिए खून का संकट बना रहता है। लोगों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस महादान के लिए आगे आना होगा। आलोक कुमार ने सोमवार को डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में रक्तदान शिविर का शुभारंभ करते हुए ये बातें कहीं। संस्थान ने हर बार की तरह इस बार भी रक्तदान शिविर आयोजित कर नए साल का स्वागत किया।
इस मौके पर मौजूद प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने बताया कि वर्ष 2017 में ग्रामीण क्षेत्र में रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए ब्लड कलेक्शन एंड ट्रांसपोर्टेशन वैन की शुरुआत की गई। इसका काफी अच्छा असर देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि एक नया डोनर पांच लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित करता है। इसलिए इसे बढ़ावा देने की जरूरत है। संस्थान की निदेशक डॉ. सोनिया नित्यानंद ने कहा कि प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में रक्तदान के लिए अभियान चलाने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि लोहिया संस्थान में मरीजों को सुरक्षित खून देने के लिए ब्लड बैंक में आईडी नेट समेत कई आधुनिकतम तकनीक से जांच हो रही है। ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. वीके शर्मा ने बताया कि शिविर में 75 लोगों ने रक्तदान किया। इस मौके पर एनएचएम के डिप्टी जीएम डॉ. एबी सिंह, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विक्रम सिंह, डॉ. भुवन तिवारी, डॉ. दिनकर कुलश्रेष्ठ, डॉ. सुजीत राय आदि मौजूद रहे। रक्तदान करने वालों में डॉ. एके सिंह, डॉ. दिनकर कुलश्रेष्ठ, डॉ. स्वागत महापात्रा, डॉ. धर्मेंद्र श्रीवास्तव, डॉ. एसके भट्ट, डॉ. नम्रता राव, डॉ. एसएस नाथ, अमित शर्मा और आदित्य समेत करीब 70 लोग शामिल रहे।