मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा-हमारे पास कोरोना का सबसे कारगर उपाय..
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस संक्रमण के पसार के दौर में आज प्रदेश को बड़ा तोहफा दिया। उन्होंने अपने सरकारी आवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दस राजकीय मेडिकल कॉलेज तथा तीन मेडिकल कॉलेज को बायो सेफ्टी लैब्स(बीएसएल)-2 का तोहफा दिया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान सभी लाभांवित मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य तथा अन्य जिम्मेदार अधिकारियों से वार्ता भी की। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 से पूरी दुनिया त्रस्त है। कोविड-19 की अभी तक कोई भी वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। ऐसे में हमारे पास सबसे कारगर उपाय ज्यादा से ज्यादा लोगों की टेस्टिंग करना है। हम अधिक से अधिक टेस्टिंग कर इस पर अंकुश लगा सकते हैं। अधिक से अधिक टेस्टिंग के माध्यम से कोविड संक्रमण की चेन को काफी हद तक नियंत्रित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों, पहले से कई तरह की बीमारियों से ग्रसित लोगों, गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों व कमजोर लोगों को समय पर चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध करवाकर व्यापक पैमाने पर जनहानि को रोका जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मानवता के कल्याण के विषय का काम अवसरों पर ही करने का मौका मिलता है। हमको यह मौका कोरोना वायरस के संक्रमण के रूप में मिला है। हम सभी को सेवा भाव से लगने होगा, जिससे कि हम लोगों का जीवन बचा सकें। ऐसे काम करने का अवसर कम ही मिलता है। लोक कल्याण का काम आज अनंत चतुदर्शी के दिन हो रहा है। हमको भरोसा है कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई हम लोग टीम वर्क से शीघ्र ही जीतेंगे। प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्रालय काफी बेहतर समन्वय के साथ काम कर रहे हैं। जिसके कारण हम बड़ी आबादी को अभी इस महामारी से बचाने में सफल रहे हैं
इन जिलों में लैब का शुभारंभ
सरकार की ओर से जालौन, सहारनपुर, बहराइच, आजमगढ़, बांदा, फीरोजाबाद, आंबेडकरनगर, बदायूं, अयोध्या और बस्ती जिले के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में बीएसएल-2 लैब की शुरुआत की गई है। इसके अलावा हापुड़ के जीएस मेडिकल कॉलेज, बाराबंकी के मायो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज और मुरादाबाद के तीर्थांकर चिकित्सा विश्वविद्यालय में निजी लैब का शुभारंभ किया गया।