उत्तर प्रदेश

करवा चौथ पर हर जगह रौनक

स्वतंत्रदेश,लखनऊ :अखंड सौभाग्य की कामना का पर्व करवा चौथ बुधवार को है।दिनभर निर्जला व्रत रखकर देर शाम चांद देखने के बाद व्रत का पारण करने वाली सुहागन तैयार हैं। मंगलवार को बाजारों मेें भी हर ओर रौनक नजर आ रही है। मेंहदी लगाने के साथ ही श्रृंगार व पूजन का सामान लेने के लिए महिलाओं की कतार लगी रही। पूजन सामग्री के साथ ही ब्यूटी पार्लर में भी महिलाओं की भीड़ रही। हजरतगंज के जनपथ मार्केट, निशातगंज व आलमबाग सहित कई स्थानाें पर सड़क के किनारे मेंहदी लगवाने वालों की लाइन लगी रही। चूरा, खील, खुटिया के  साथ ही करवा व सींक खरीदने के लिए भी लाइन लगी रही। आशियाना की पूजा मेहरोत्रा ने बताया कि तैयारियां पूरी हो गईं है अब बुधवार को चांद के दीदार का इंतजार रहेगा। आलमबाग की रागिनी दुबे भी तैयारी पूरी कर चुकी हैं।

कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी चार नवंबर को है, इसी दिन करवा चौथ व्रत भी होगा। इस दिन करवा चौथ सर्वार्थ सिद्धि व शिव योग में मनाया जाएगा। बुधवार पड़ने के कारण इसकी महत्ता और भी बढ़ गई है, क्योंकि बुधवार का दिन भगवान श्री गणेश को समर्पित होता है। आचार्य राकेश पांडेय ने बताया कि  इस दिन सौभाग्यवती स्त्रियां पति के स्वास्थ आयु एवं मंगल कामना के लिए व्रत रखती हैं। यह व्रत सौभाग्य और शुभ संतान देता है। प्रातः काल स्त्रियां स्नान  करके सुख सौभाग्य का संकल्प करना चाहिए। शिव पार्वती, कार्तिकेय, श्री गणेश व चंद्रमा का पूजन करना चाहिए। चंद्रोदय शाम 7:56 बजे है लेकिन राजधानी में चंद्रमा रात 8:01 से 8:05 बजे के बीच नजर आएगा। ऐसे में सुहागिनों को चंद्रोदय  के बाद इंतजार करना होगा।

कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी चार नवंबर को है इसी दिन करवा चौथ व्रत भी है। इ

एक घड़ी के भीतर पूजन करना श्रेयस्कर

आचार्य अनुज पांडेय ने बताया कि चंद्रोदय एक घड़ी (24 मिनट) के भीतर पूजन करना उत्तम रहेगा। उन्होंने बताया अधिकमास पड़ने के बाद पहली बार व्रत रखने वाली महिलाएं करवा चौथ का व्रत कर सकती हैं। पहली बार व्रत के समय जब गुरु और शुक्र अस्त हो तब व्रत करने से बचा जाता है।

कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी चार नवंबर को है, इसी दिन करवा चौथ व्रत भी होगा। इस दिन करवा चौथ सर्वार्थ सिद्धि व शिव योग में मनाया जाएगा। बुधवार पड़ने के कारण इसकी महत्ता और भी बढ़ गई है, क्योंकि बुधवार का दिन भगवान श्री गणेश को समर्पित होता है। आचार्य राकेश पांडेय ने बताया कि  इस दिन सौभाग्यवती स्त्रियां पति के स्वास्थ आयु एवं मंगल कामना के लिए व्रत रखती हैं। यह व्रत सौभाग्य और शुभ संतान देता है। प्रातः काल स्त्रियां स्नान  करके सुख सौभाग्य का संकल्प करना चाहिए। शिव पार्वती, कार्तिकेय, श्री गणेश व चंद्रमा का पूजन करना चाहिए। चंद्रोदय शाम 7:56 बजे है लेकिन राजधानी में चंद्रमा रात 8:01 से 8:05 बजे के बीच नजर आएगा। ऐसे में सुहागिनों को चंद्रोदय  के बाद इंतजार करना होगा।

 

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