मोहिनी हत्याकांड में बड़ा खुलासा, रिटायर्ड IAS के इन करीबियों ने किया कत्ल! मिले सबूत
स्वतंत्रदेश ,लखनऊसेवानिवृत आईएएस देवेंद्र दुबे की पत्नी मोहिनी दुबे की हत्या कर लूट की वारदात के मामले में उनके चालकों पर शक गहराया है। कई पुख्ता सुबूत उनकी ओर इशारा कर रहे हैं। सोमवार को दोनों चालकों समेत छह लोगों से पुलिस ने लंबी पूछताछ की है। इनमें से तीन लोगों से देर रात तक पूछताछ जारी रही। उधर, पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल नीले रंग की स्कूटी के मालिक की भी पहचान कर ली है। उससे भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस जल्द ही वारदात का खुलासा कर सकती है।इंदिरानगर सेक्टर 20 में शनिवार सुबह सेवानिवृत आईएएस देवेंद्र दुबे के घर में घुसकर बदमाशों ने उनकी पत्नी मोहिनी की हत्या कर दी थी। इसके बाद अलमारी में रखे जेवरात-नकदी लूट ले गए थे।सूत्रों के मुताबिक पुलिस खुलासे के करीब पहुंच गई है। उनके दोनों चालकों रवि और अखिलेश पर शक पुख्ता होता जा रहा है।साक्ष्यों का सत्यापन करने में पुलिस जुटी है। फुटेज से पता चला था कि बदमाश नीले रंग की स्कूटी से आए थे और उसी से भागे थे। सूत्रों के मुताबिक मुख्य आरोपी ने अपने परिचित की स्कूटी का इस्तेमाल किया। नंबर प्लेट निकाल दी थी। स्कूटी पुलिस ने बरामद कर ली है।
लूट करना ही था मकसद
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच में सामने आया कि बदमाशों का मकसद लूट करना ही था। घटना के वक्त मोहिनी ने विरोध किया तो उनकी हत्या कर दी। वारदात में कुल कितने लोग शामिल थे, साजिश किसने रची, इन सभी सवालों के जवाब पुलिस तलाश रही है। मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल से पुख्ता साक्ष्य मिले हैं।
खुद चला रहा था स्कूटी
फुटेज में जो बदमाश स्कूटी चलाते दिख रहा है उसकी भी पहचान हो गई है। सूत्रों के मुताबिक देवेंद्र का करीबी ही स्कूटी चला रहा था। पुलिस इसकी तस्दीक करने में जुटी है।
ये भी होने की आशंका
सूत्रों का ये भी कहना है कि अंदेशा है कि परिचित शख्स पहुंचा था, इसलिए मोहिनी ने दरवाजा खोल दिया। इस दौरान मौका पाकर परिचित जेवरात व नकदी आदि बटोरने में जुट गया। तभी मोहिनी ने उसे देख लिया। विरोध करने पर उन्हें मार दिया। मोहिनी की हत्या करने तक जितने जेवरात व नकदी बटोरी थी, उतना ही लेकर वह भाग निकला। यही वजह है कि तमाम जेवरात व 90 लाख की नकदी वह खोज ही नहीं पाया। हालांकि, जब पुलिस वारदात का खुलासा करेगी तब ये सभी तथ्य स्पष्ट होंगे।
साजिशकर्ता कोई और है या नहीं…इस पहलू पर जांच
पुलिस संदिग्धों से पूछताछ कर रही है। ये भी पता कर रही है कि वारदात में यही लोग शामिल हैं या फिर पर्दे के पीछे कोई साजिशकर्ता भी है। सभी से अलग-अलग पूछताछ की जा रही है। उनके मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल और लोकेशन भी देखी जा रही है।