कुम्हारों को दिया जाएगा 100 सोलर चाक
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:परंपरागंत कुम्हारों की माटी कला को बुलंदी देने की तैयारी पूरी हो गई है। उन्हें जहां चाक चलाने में कोई मेहनत नहीं करनी पड़ेगी वहीं वह अपनी कला को संवार भी सकेंगे। सूरज की रोशनी से उनकी चाक घूमेगी। केंंद्र सरकार के खादी और ग्रामोद्योग आयोग के राज्य निदेशक डीएस भाटी ने बताया कि अमेठी में 100 सोलर चाक देकर इसकी शुरुआत की जा रही है। सफलता के बाद इसे पूरे प्रदेश के कुम्हारों को दिया जाएगा। खादी और ग्रामोद्योग आयोग के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग की पहल पर सूबे में आत्म निर्भर योजना के तहत 19 जिलों को शामिल किया गया है। कुम्हारी कला, शहद उत्पादन, लेदर क्राफ्ट और लकड़ी की कला के कारीगरों को अपनी कला और रोजगार को आगे बढ़ाने मेें मदद मिलेगी। लुघ उद्याेगों का बढ़ावा देने के साथ ही चारों विधाओं में 200-200 कामगारों को तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाएगा। कई चरणों में प्रशिक्षण की तैयारी है।
आधुनिक खादी प्रदर्शनी आज से, मिलेगी योजनाओं की जानकारी
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की खादी एक वस्त्र नहीं विचारधारा है जो हर किसी को रोजगार से जोड़ता है। इस विचार धारा से युवाओं को जोड़ने के लिए खादी को युवाओं के अनुरूप तैयार किया जा रहा है। जींस, टाॅप व शूट के साथ ही जैविक खादी के कपड़े अब समय के साथ कदमताल कर रहे हैं। पारंपरिक व आधुनिक खादी के वस्त्रों के साथ ग्रामोद्योग के उत्पादों की प्रदर्शनी 26 अक्टूबर से नौ नवंबर तक बाल संग्रहालय मैदान में लग रही है। खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग की प्रदर्शन का आयोग के अध्यक्ष विपिन कुमार सक्सेना वीडियो काफ्रेंसिंग से 26 को सुबह 11 बजे उद्घाटन करेंगे।
आयोग के सहायक निदेशक एके मिश्रा ने बताया कि प्रदर्शनी में छूट के साथ ही सुरक्षा का पूर ध्यान रखा गया है। आने दर्शकों को मास्क लगाकर आना है। शरीर के तापमान को चेक करने और सैनिटाइजर की व्यवस्था भी की गई है। बच्चों और बुजुर्गों के प्रवेश पर प्रतिबंध होगा। प्रदेश ही नहीं देश के कई राज्यो से खादी एवं ग्रोमोद्याेग की संस्थाएं आ रही हैं। सेालर चाक समेत ग्रामोद्योग की पूरी जानकारी भ्री दी जाएगी। निदेशक ने दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया। 83 स्टॉलों पर खादी और ग्रामोद्योग के उत्पाद मिलेंगे।