उत्तर प्रदेशराज्य

 मंकीपाक्स को लेकर यूपी में अलर्ट

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:केरल, दिल्ली के बाद तमिलनाडु में मंकीपाक्स के मामले मिलने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार अलर्ट हो गई है। सरकार ने राज्य में अलर्ट जारी कर दिया है। राज्य सरकार की तरफ से कहा गया है कि पड़ोसी राज्यों में मंकीपाक्स के केस आने पर सावधानी बरती जाए।

मंकीपाक्स से बचाव के लिए उत्तर प्रदेश पूरी तरह सतर्क हो गया है। 

मंकीपाक्स से बचाव के लिए उत्तर प्रदेश पूरी तरह सतर्क हो गया है। सभी जिलों में कोविड अस्पतालों में 10 बेड मंकीपाक्स रोगियों के लिए आरक्षित कर दिए गए हैं। मंकीपाक्स से संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए लोगों का सर्विलांस और प्रबंधन पर जोर दिया जा रहा है। जिस तरह कोविड को लेकर जिलों में टीम अलर्ट पर रही उसी तरह इसके लिए अलर्ट पर हैं। उनको कांटेक्ट ट्रेसिंग, सैंपल लेना और आइसोलेट करना वही सब काम करने के निर्देश हैं जैसे कोविड के समय थे।यूपी में सभी जिलों में मास्टर ट्रेनर बनाए गए डाक्टरों की आनलाइन ट्रेनिंग भी शुरू कर दी गई है। आगे यह मास्टर अपने जिले में डाक्टरों व पैरामेडिकल कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। वहीं सर्विलांस के लिए कम्युनिटी हेल्थ आफिसर, आशा वर्कर और एएनएम को भी प्रशिक्षित किया जाएगा। राजधानी लखनऊ स्थित केजीएमयू में सैंपल की जांच की जाएगी। इस राज्य स्तरीय प्रयोगशाला में ही जिलों से जांच के लिए सैंपल भेजे जाएंगे।मंकीपाक्स वायरस त्वचा, आंख, नाक या मुंह के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है। यह संक्रमित जानवर के काटने से या उसके खून, शरीर के तरल पदार्थ से फैलता है। इसमें चेहरे से चकत्ते शुरू होते है, साथ में बुखार, बदन दर्द, उलटी, आंखें लाल हो जाती हैं। इसमें आइलोसेलश तब तक रहता है जब तक सभी घाव ठीक न हो जाए।

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