अब रात में भी तराशी जाएंगी शिलाएं
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:श्रीरामजन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण तेजी से चल रहा है। अगस्त माह में प्लिंथ निर्माण पूरा हो जाएगा। गर्भगृह पर प्लिंथ की सातवीं लेयर निर्मित हो रही है। इसमें राजस्थान में तराशे गए पत्थरों को लगाया जा रहा है। जल्द ही गर्भगृह पर दीवार व खंभे लगाए जाएंगे। इसके लिए रामनगरी में श्रीरामजन्मभूमि कार्यशाला व राम सेवक पुरम में शिलाओं को आकार दिया जा रहा है। इसे और गति देने के लिए राम सेवक पुरम में तैयारी हो रही है।
अब यहां दिन के साथ रात में भी पत्थरों को तराशा जा सकेगा। दो सौ फीट लंबा, 30 फीट चौड़ा और 30 फीट ऊंचा टिनशेड बन रहा है। जगह-जगह बड़े-बड़े हैलोजन लग रहे हैं। इस परिसर में तकरीबन 50 कारीगर बीम के पत्थरों को तराश रहे हैं। वे बताते हैं कि जल्द से जल्द बीम के पत्थरों को तराशने का काम पूरा करने का लक्ष्य है। अभी और भी कारीगर व श्रमिक आने वाले हैं। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की कार्यशाला में इस समय मंदिर की छत के पत्थरों की गढ़ाई चल रही है।