सभी मंत्रियों का पहला रिपोर्ट कार्ड
स्वतंत्रदेश ,लखनऊ:यूपी सरकार की कैबिनेट की बैठक में मंत्रियों को खुद प्रस्तुतीकरण करने का निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया। असल में यह उसी कवायद का एक बिंदु मात्र है कि अब मंत्री की कुर्सी पर बैठे व्यक्ति के सिर पर जवाबदेही का भी बोझ होगा। खास बात यह कि कौन कितना खरा उतरा, इसकी समीक्षा पांच बरस बीत जाने के बाद नहीं, बल्कि चरणवार होगी। विभाग के आधार पर मंत्रियों का ‘रिपोर्ट कार्ड’ अगले सौ दिन बाद ही तैयार होना है।
इसके अगले दिन ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक बुलाकर निर्देश दे दिए थे कि सौ दिन, छह माह, एक वर्ष के साथ वर्षवार पांच वर्ष के लक्ष्य निर्धारित कर लें। उसी के अनुसार काम होना चाहिए। अब मंत्री या विभाग अपने काम को मील का पत्थर साबित कर पाएं या नहीं, लेकिन सीएम योगी ने परफार्मेंस (प्रदर्शन) को परखने के लिए पैमाना जरूर बना दिया है।