करोड़पति प्रत्याशियों की भी भरमार
स्वतंत्रदेश,लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए छठे चरण में 3 मार्च को मतदान होना है। इस चरण में कुल 676 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें 38 प्रतिशत करोड़पति उम्मीदवार भी हैं। गोरखपुर के चिल्लूपार विधानसभा की हाट सीट से विधायक और सपा प्रत्याशी विनय शंकर तिवारी छठे चरण में सबसे अमीर प्रत्याशी हैं। उन्होंने 2017 में बसपा के टिकट पर चुनाव जीता और भाजपा के राजेश त्रिपाठी को शिकस्त दी। इस बार वह हाथी से उतरकर साइकिल पर सवार हो गए हैं।
यूपी चुनाव के छठे चरण में 670 में से 253 (38 प्रतिशत) करोड़पति उम्मीदवार भी मैदान में हैं। इनमें समाजवादी पार्टी के 48 में से 45 (94 प्रतिशत), भाजपा के 52 में से 42 (81 प्रतिशत), बसपा के 57 में से 44 (77 प्रतिशत), कांग्रेस के 56 में से 26 (46 प्रतिशत) व आप के 51 में से 14 (28 प्रतिशत) उम्मीदवार करोड़पति हैं। सबसे ज्यादा संपत्ति घोषित करने वालों में गोरखपुर की चिल्लूपार सीट से सपा उम्मीदार विनय शंकर तिवारी का नाम सबसे आगे है। उन्होंने अपनी संपत्ति 67 करोड़ रुपये बताई है।दूसरे स्थान पर अंबेडकरनगर की जलालपुर सीट से सपा प्रत्याशी राकेश पांडेय हैं, जिनकी संपत्ति 63 करोड़ रुपये है। बलिया की रसड़ा सीट बसपा उम्मीदार उमा शंकर सिंह ने अपनी संपत्ति 54 करोड़ रुपये घोषित की है। उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 2.10 करोड़ रुपये है। वहीं 256 उम्मीदवारों ने अपनी देनदारी भी घोषित की है।
छठे चरण में 57 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव लड़ रहे 27 प्रतिशत प्रत्याशियों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये हैं, जिनके सर्वाधिक 40 प्रत्याशी सपा के हैं। 23 प्रतिशत उम्मीदवार ऐसे भी हैं, जिनके विरुद्ध आइपीसी की गंभीर धाराओं के तहत मुकदमे दर्ज हैं। इस चरण में 670 में से 182 (27 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये हैं, इनमें 151 (23 प्रतिशत) के विरुद्ध गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। सपा के 48 में से 40 (83 प्रतिशत), भाजपा के 52 में से 23 (44 प्रतिशत), कांग्रेस के 56 में से 22 (39 प्रतिशत), बसपा के 57 में से 22 (39 प्रतिशत) तथा आप के 51 में से सात (14 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषत किये हैं। जबकि सपा के 48 में से 29 (60 प्रतिशत), भाजपा के 52 में से 20 (39 प्रतिशत), कांग्रेस के 56 में से 20 (36 प्रतिशत), बसपा के 57 में से 18 (32 प्रतिशत) व आप के 51 में से पांच (10 प्रतिशत ) प्रत्याशियों के विरुद्ध गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।