चुनाव पर भारी ना पड़ जाये वैक्सीनेशन
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :उत्तर प्रदेश में मार्च 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले 100 फीसदी वैक्सीनेशन सरकार के लिए बड़ी चुनौती है। यूपी में करीब 14.66 करोड़ वोटर्स हैं। अब तक 5 महीनों में 15 जून तक 2.34 करोड़ लोगों को ही वैक्सीन लगी है। इस महीने रफ्तार बढ़ी है। जून महीने 1 करोड़ डोज लगाने का लक्ष्य है। वैक्सीनेशन की इस रफ्तार को भी आधार बनाएं तो हर महीने 1 करोड़ डोज ही लगेंगे। इस हिसाब से चुनाव से पहले बचे हुए 8 महीने में 8 करोड़ डोज ही लग पाएंगे। तब भी कुल वैक्सीनेशन 10.50 करोड़ डोज से ज्यादा नहीं होगा।
पंचायत चुनाव में महीने भर में 7.50 लाख संक्रमित बढ़े थे
उत्तर प्रदेश में 15 से 29 अप्रैल तक 4 चरणों में पंचायत चुनाव हुए थे। 4 अप्रैल तक यूपी में 6.30 लाख संक्रमित थे, चुनाव बाद यह आंकड़ा 14 लाख पार हो गया था। यानी महीने भर में 7.50 लाख संक्रमित बढ़ गए थे। यूपी में एक दिन में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 30 हजार तक पहुंच गई थी। चुनाव में ड्यूटी करने वाले 2 हजार से ज्यादा कर्मचारी-अधिकारी भी कोरोना संक्रमित होकर जान गंवा चुके हैं।
वैक्सीनेशन बढ़ाने के लिए सरकार की कोशिश
- अभिभावक स्पेशल टीकाकरण बूथ
- महिलाओं के लिए पिंक बूथ
- शिक्षकों के लिए वैक्सीनेशन कैंप
- मीडियाकर्मियों के लिए वैक्सीनेशन
- रिक्शा, ऑटो चालकों व दिहाड़ी के लिए भी कैंप लगाने की तैयारी
वैक्सीन की उपलब्धता भी बड़ी चुनौती
वैक्सीन की उपलब्धता भी यूपी में बड़ी चुनौती है। पिछले महीनों में कई बार वैक्सीनेशन की रफ्तार इसलिए भी कम हुई है। क्योंकि वैक्सीन ही पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं हो पाई। वैक्सीनेशन सेंटर्स की संख्या भी घटकर आधी रह गई थी। हालांकि, जून महीने में राज्य सरकार ने वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू की है।