कोरोना काल में खूब दौड़ी मालगाड़ियां
स्वतंत्रदेश,लखनऊ : कोरोना के कारण जहां रेलवे को अपनी एक्सप्रेस ट्रेनों को निरस्त करने से भारी नुकसान उठाना पड़ा। वहीं रेलवे ने माल ढुलाई में वृद्धि कर भारी राजस्व की प्राप्त किया है। रेलवे की बढ़ती माल ढुलाई से आय में भी इजाफा हो रहा है। रेलवे की इस माह आयी ताजी रिपोर्ट बताती है कि पूर्वोत्तर रेलवे ने माल ढुलाई में शानदार प्रदर्शन किया है। पूर्वोत्तर रेलवे पर माल यातायात की सुविधाओं में बढ़ोत्तरी और बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट के प्रयासों के चलते माल ढुलाई में वृद्धि दर्ज की गई है। वित्तीय वर्ष 2020-21 के तहत एक अप्रैल 2020 से 12 मार्च 2021 तक पूर्वोत्तर रेलवे पर 2.4313 मिलियन टन माल का लदान हुआ। जो कि वर्ष 2019-20 में इसी अवधि की तुलना में 5.5 प्रतिशत अधिक है।
माल ढुलाई में सबसे अधिक तेजी मार्च 2021 में देखी जा रही है। एक से 12 मार्च 2021 तक पूर्वोत्तर रेलवे ने पिछले साल एक से 12 मार्च की तुलना मेंं 107.10 प्रतिषत माल लदान किया है। डीआरएम डॉ. मोनिका अग्निहोत्री ने बताया कि बख्शी का तालाब रेलवे स्टेशन को ऑटोमोबाइल टर्मिनल के रूप में विकसित किया गया है। यहां दक्षिण भारत सहित कई जिलों से मालगाडिय़ों से सीधे कारें व टै्रक्टर आ रहे हैं। जिनको आसपास के जिलों में भेजा जा रहा है। इससे जहां सड़क पर यातायात का लोड कम हुआ है। वहीं दूसरी ओर आसपास के जिलों की एजेंसी कम लागत खर्च पर कारें व ट्रैक्टर मंगवा रहे हैं। मंडल नेपाल से सटे बढऩी में कंटेनर टर्मिनल विकसित करेगा।
इतना रहा भारतीय रेल का प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2020-21 समाप्त होने के पूर्व ही 11 मार्च तक 1145.68 मिलियन टन माल का लदान भारतीय रेल ने किया है। जो वित्त वर्ष 2019-20 में माल लदान 1145.61 से अधिक है। भारतीय रेल में एक से 11 मार्च 2021 तक 43.43 मिलियन टन का लदान हुआ। जो गत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है।
बांग्लादेश व नेपाल को भेजा सामान
पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल पर हल्दी रोड स्टेशन से बांग्लादेश को ऑटोमोबाइल की बुकिंग की जा रही है। जो पूर्व में सड़क मार्ग से होता था। इसी प्रकार नौतनवा स्टेशन ऑटोमोबाइल टर्मिनल के रूप में विकसित हुआ। जिससे रेल मार्ग से यहां आकर नेपाल को जाने वाला माल यहीं अनलोड कर भेजा जा रहा है।