उत्तर प्रदेश को केंद्र सरकार के बजट से बढ़ी उम्मीद
स्वतंत्रदेश,लखनऊ: केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार के आज पेश होने वाले बजट से उत्तर प्रदेश को भी बड़ी उम्मीद है। जनसंख्या के मामले में देश के सबसे बड़े प्रदेश में अगले वर्ष यानी 2022 में विधानसभा के चुनाव होने हैं। इसी कारण इस बार के बजट में उत्तर प्रदेश को कई बड़ी सौगात मिलने की संभावना भी है।
सोमवार को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण जब बजट का पिटारा खोलेंगी तो देश के सबसे बड़े राज्य में केंद्रीय योजनाओं की बड़ी हिस्सेदारी मिल सकती है। जिसका फायदा यहां की जनता को होगा। आत्मनिर्भर भारत के तहत एमएसएमई सेक्टर में उद्यमियों को बड़ी राहत मिल सकती है। रोजगार के नजरिए से इस सेक्टर को मदद बढ़ाने की खासतौर पर उम्मीद है। उत्तर प्रदेश में ही राजस्व संग्रह प्रभावित हुआ। योगी आदित्यनाथ सरकार ने बाद में स्थिति संभाल ली।
उत्तर प्रदेश के लिए केंद्र सरकार का बजट उम्मीदों भरा रहने वाला है। इस बार बजट में सबसे ज्यादा फोकस इंफ्रास्ट्रक्चर पर रहने की उम्मीद है। इंफ्रास्ट्रक्चर की वजह से अन्य सेक्टर पर भी इसका सीधा असर पड़ता है। इस बजट में भी उत्तर प्रदेश के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं आ सकती हैं। केंद्र और राज्य में एक ही पार्टी की सरकार होने की वजह से प्रदेश में होने वाले विधानसभा के चुनाव को देखते हुए केंद्रीय बजट आने का अनुमान है।
रोजगार और किसान प्रमुख मुद्दे : उत्तर प्रदेश में रोजगार और किसान प्रमुख मुद्दे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि केंद्र सरकार का फोकस बजट में किसानों को लेकर कुछ अच्छा करने का है। रोजगार क्षेत्र में उत्तर प्रदेश में कौशल विकास, एमएसएमई और प्रदेश में चल रही एक जनपद एक उत्पाद को लेकर अगर सरकार कोई अच्छा बजट लाती है तो यह स्वागत योग्य होगा।
महत्वाकांक्षी योजनाओं का ऐलान पहले ही: दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन परियोजना व हल्दिया गंगा जलमार्ग के लिए भी केंद्र सरकार नजरे इनायत कर सकती है।