पॉलीटेक्निक में छात्रों के भविष्य से खिलवाड़
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:कानपुर पॉलीटेक्निक से आए एक छात्र 2018 से अंकपत्र के लिए प्राविधिक शिक्षा परिषद के चक्कर लगा रहा है। दिव्यांग होने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है। बहराइच से आए एक छात्र ने तीन बार बैकपेपर और स्क्रूटनी के लिए प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। शिकायत प्रकोष्ठ की महिला कर्मचारी बात करने को तैयार नहीं हैं। एक दो नहीं सैकड़ों की संख्या में कई जिलों से आए विद्यार्थी राजधानी के प्राविधिक शिक्षा परिषद कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन काेई सुनवाई नहीं हो रही है। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी अभद्रता से बात करते हैं। विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री पार्टल पर शिकायत की है।
बीटेक प्रवेश पर संकट
एप्लाइड भाैतिक विज्ञान में 50 में एक नंबर पाने वाले खीरी के मोहम्मदी राजकीय पॉलीटेक्निक के छात्र को बीटेक में प्रवेश लेना है। वह पांच बार प्रार्थना पत्र देने राजधानी आया,लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। कर्मचारी गेट से ही उन्हें भगा देते हैं।
चार महीने से खाली है सचिव का पद
प्राविधिक शिक्षा परिषद में पिछले चार महीने से अधिक समय से सचिव के पद पर किसी की तैनाती नहीं की गई है। इसकी वजह से विद्यार्थियों को सफर करना पड़ रह है। प्राविधिक शिक्षा की अपर मुख्य सचिव राधा एस चौहान के पास सचिव का अतिरिक्त प्रभार तो है, लेकिन वह परिषद कार्यालय में ही नहीं आती हैं जिससे काम प्रभावित हो रहा है।