उत्तर प्रदेशराज्य

ATS ने यूपी के कई ज‍िलों में की ताबड़तोड़ छापेमारी

स्वतंत्रदेश ,लखनऊप्रदेश के कई जिलों से लेकर दिल्ली, बिहार व बंगाल समेत अन्य राज्यों में रोहिंग्या व बांग्लादेशियों के जाली आधार कार्ड, पासपोर्ट व अन्य भारतीय दस्तावेज बनाने का बड़ा नेटवर्क पकड़ा गया है। जनसेवा केंद्रों के जरिए घुसपैठियों को धड़ल्ले से कूटरचित आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज उपलब्ध कराए जा रहे थे, जिनकी मदद से वे सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे थे। फर्जी दस्तावेज बनवाने वालों में नेपाली व प्रदेश के नागरिक भी शामिल हैं।

आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने आजमगढ़, मऊ, औरैया, गोरखपुर व मऊ समेत अन्य स्थानों पर छापेमारी कर आठ आरोपितों को गिरफ्तार किया है। शुरुआती जांच में एक कूटरचित आधार कार्ड बनाने के लिए तीन से 10 हजार रुपये तक वसूले जाने की बात सामने आई है। आइजी एटीएस पीके गौतम का कहना है कि सभी आरोपितों को पुलिस रिमांड पर लेकर नए सिरे से पूछताछ की जाएगी। आरोपितों के तार रोहिंग्या व बांग्लादेशी नागरिकों की घुसपैठ कराने वाले सिंडीकेट से जुड़े होने की आशंका है। कई बिंदुओं पर गहनता से छानबीन की जा रही है। कुछ अन्य आरोपितों की भी तलाश की जा रही है।

एटीएस ने अंतरराज्यीय गिरोह सक्रिय सदस्य आजमगढ़ के निवासी मुहम्मद नसीम, मुहम्मद शाकिब व विशाल कुमार, मऊ निवासी हिमांशु राय व मृत्युंजय गुप्ता, गाजियाबाद निवासी सलमान अंसारी, औरैया निवासी गौरव कुमार गौतम तथा गोरखपुर निवासी राजीव तिवारी को गिरफ्तार किया है। एटीएस अधिकारियों के अनुसार लगभग डेढ़ माह पूर्व गोपनीय सूचना मिली थी कि आजमगढ़, गोरखपुर, सहारनपुर, मऊ, औरैया के अलावा बंगाल के मुर्शीदाबाद व कोलकाता, बिहार के लखीसराय व कटिहार, दिल्ली व एनसीआर में जनसेवा केंद्र संचालक अवैध ढंग से रोहिंग्या व बांग्लादेशी नागरिकों के अलावा अन्य अपात्रों के सिस्टम को रिमोट पर लेकर फर्जी आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं। छानबीन में सामने आया कि आधार कार्ड में फर्जी ढंग से गलत संशोधन भी किए जा रहे थे।

इसके अलावा फर्जी जन्म प्रमाणपत्र, निवास प्रमाणपत्र, शपथ पत्र व अन्य दस्तावेज भी तैयार किए जा रहे थे। गिरोह द्वारा बनाए गए आधार कार्ड की मदद से पासपोर्ट भी बनवाए गए हैं। घुसपैठिये व अपात्र सरकारी योजनाओं का अनुचित लाभ ले रहे हैं। एटीएस ने मामले में 19 अगस्त को मुकदमा दर्ज कर गुरुवार को विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की गई। आरोपितों के कब्जे से कई इलेक्ट्रानिक डिवाइस, फिंगर स्कैनर, लैपटॉप, मोबाइल फोन, कूटरचित आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं। आंतरिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन चुके घुसपैठियों के मददगारों को लेकर और गहनता से छानबीन जारी है।

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