रामलीला में कोरोना का साया
कोरोना महामारी के चलते भीड़ का आयोजन इस बार लखनऊ के ऐशबाग में सिर्फ रावण दहन होगा। 71 फीट के रावण दहन को लोग सोशल मीडिया के माध्यम से ही देख सकेंगे। रावण दहन में आम दर्शक नहीं शामिल हो सकेंगे। राम लीला समिति के आयोजकों की माने तो यूपी सरकार की गाइड लाइन अनलॉक.5 के अनुसार 200 लोग शामिल हो सकते हैं। इसलिए समिति के सदस्य के साथ रावण दहन का आयोजन किया जाएगा।
रामलीला के आयोजक आदित्य द्विवदी का कहना है कि कोरोना महामारी की वजह से इस बार दर्शकों का आना प्रतिबंधित है लेकिन 25 अक्टूबर को रावण दहन का कार्यक्रम होगा। वहीं ऐशबाग़ राम लीला समिति के द्वारा आयोजित किया जा रहा रावण दहन राजू फकीरा की पांचवी पीढ़ी बना रही है।
पांचवीं पीढ़ी उस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए ताजिए की कारीगरी में रावण को आकार देने वाले कारीगर दिन रात मेहनत करके पुतला बनाते हैं। इस बार कोरोना संक्रमण काल ने उनके कारोबार को ग्रहण लगा दिया, लेकिन ऐशबाग रामलीला का रावण वह बनाने के लिए तैयार हैं।
परंपरा को आगे बढ़ाने वाले पांचवीं पीढ़ी के कारीगर राजू फकीरा ने बताया कि पिता फकीरा दास, बाबा मक्का दास, दादा नरायण दास ऐशबाग की रामलीला मैदान में रावण का पुतला बनाने का कार्य कर रहे हैं और पुतले का निर्माण दादा नारायण दास के पिता ने शुरू किया था। उस समय पेड़ की पतली डालियों से रावण का निर्माण किया जाता था। उन्होंने बताया कि बेगम हजरत महल पार्क में भी महावीर दल की ओर से आयोजित दशहरे में भी रावण बना चुके हैं।
राजाजीपुरम रामलीला में नहीं होगा रावण दहन,श्रीमद्भागवत कथा
राजाजीपुरम में पोस्टल मैदान में रामलीला का मंचन खुले मैदान में होगा। संयोजक सतीश अग्निहोत्री ने बताया कि 17 को हवन पूजन और भजन संध्या के उपरांत मंचन शुरू होगा। रावण दहन नहीं होगा। कोरोना संक्रमण को रोकने के इंतजाम के साथ 200 को रामलीला देखने की अनुमति होगी। मौसमगंज की रामलीला का मंचन भी नहीं होगा। निर्देशक शिव कुमार ने बताया कि दो मंचों पर होने वाली अपनी तरह की ऐतिहासिक रामलीला इस बार नहीं होगी।
कोरोना संक्रमण के चलते सिर्फ मंच पूजन होगा। सदर की ऐतिहासिक रामलीला गेस्ट हाउस में होगी। संयोजक आनंद तिवारी ने बताया कि सीमित दर्शकों की मौजूदगी में मंचन किया जाएगा। कानपुर रोड एलडीए कॉलोनी सेक्टर एल में होने वाली रामलीला का मंचन भी नहीं होगा।आलमबाग के जितेंद्र तिवारी ने बताया कि मंचन को लेकर मंथन हो रहा है। हर दिन आरती करने की तैयारी की जा रही है। चौक के नेपाली कोठी में होन वाली रामलीला नहीं होगी। यहां श्रीमद्भागवत कथा होगी।