बहराइच में टस्कर हाथी का आतंक, उजाड़े दो आशियाने
स्वतंत्रदेश ,लखनऊ : कतर्निया घाट इलाके में आबादी की ओर हाथियों का उत्पात बढ़ता जा रहा है। गुरुवार की रात करीब दो बजे जंगली नर हाथी गांव की कच्ची बाउंड्री को तोड़ते हुए घुस गया और करीब दो बीघा गेंहू की फसलों को रौंद डाला। टस्कर हाथी गेंहू के पौधों को रौंदता हुआ कच्चे मकान की ओर बढ़ा। कच्ची दीवार को गिरा दिया, जिसके नीचे 70 वर्षीय महिला दब गई। ग्रामीणों के कड़ी मशक्कत के बाद हाथी जंगल की ओर भागा। हाथियों की आमद से गांव के लोगों में दहशत है।
हाथियों का मूवमेंट पिछले कई दिनों से कतर्नियाघाट के सदर बीट की ओर है। कैलाश नगर ढकिया व कुरकुरी कुआं गांव में गुरुवार की रात जंगली नर हाथी घुस आया। गांव निवासी झब्बूलाल पुत्र नेहाल के खेत की कच्ची बाउंड्री को तोड़ते हुए करीब दो बीघा गेंहू की फसलों को रौंद डाला। मकान में सो रही झब्बूलाल की पत्नी कमला देवी (70) मिट्टी की दीवार के नीचे दब गई। पत्नी मदद की गुहार की लिए चिल्लाती रही। तभी खेत में बने मचान में सो रहा किसान पत्नी की चीखें सुनकर उसे बचाने दौड़ पड़ा। किसी तरह अपनी पत्नी को घर से बाहर निकाला। इस दौरान आसपास के लोगों ने मिलकर हाका लगाया।
मशाल जलाकर हाथी को गांव से हटाने का प्रयास किया, लेकिन तबतक घर में रखे राशन को हाथी का खा गया। गांव से हटने के बाद टस्कर हाथी पास के गांव कुरकुरी कुंआ में पहुंच गया, जहां उसने गांव निवासी रामजी पुत्र झगड़ू के घर के कच्ची बाउंड्री को तहस-नहस कर दिया। हाथी की चिंघाड़ सुनकर गांव के लोग इकट्ठा हो गए। सभी ने काफी शोर मचाया। ग्रामीणों के कड़ी मशक्कत के बाद हाथी जंगल की ओर भागा। बीट इंचार्ज अब्दुल सलाम का कहना है कि मौके का मुआयना किया गया है। अब पीड़ित से प्रार्थनापत्र मिलने के बाद ही उनकी कोई मदद की जाएगी। हाथियों की आमद से गांव के लोगों में दहशत है।