गूगल पर फर्जी कस्टमर केयर नंबर वायरल कर हो रही है ठगी
शहर में गूगल सर्च इंजन और सोशल मीडिया पर फर्जी कस्टमर केयर नंबर वायरल व अपलोड कर साइबर ठग लोगों को शिकार बना रहे है। यह लोग नामी कंपनी से मिलती जुलती साइट बनाते है। ऑनलाइन आर्डर या नेट बैंकिंग प्रयोग करने वाले जब कोई जरूरत पर कस्टमर केयर का नंबर सर्च इंजन पर खोजते हैं तो इनका भी नंबर भी सामने आता है। जरूरतमंद मिलती जुलती साइट होने के चलते समझ नहीं पाते और इनसे अपनी समस्या हल कराने लगते। नतीजा ठग कस्टमर केयर का एग्जीक्यूटिव बन कर बैंक, एटीएम व निजी जानकारी लेकर डिलीवरी या अतिरिक्त भुगतान वापस करने की जगह पूरा खाता ही खाली कर देते है।
शहर में पिछले एक दर्जन ऐसे मामले शहर के थानों में दर्ज हुए है। जिसमें पीड़ित ने खाते से पैसे कटने या किसी सामान की डिलीवरी न होने पर पीड़ित ने गूगल सर्च इंजन से प्राप्त कस्टमर केयर नंबर पर फोन किया था। साइबर सेल प्रभारी विवेक रंजन राय ने बताया फर्जी कस्टमर केयर नंबर से ठगी के मामले बढ़े है। ऐसे लोगों की धरपकड़ के लिए टीम लगी है।
केस एक : मड़ियांव नायकनगर निवासी पुष्पेंद्र सिंह गूगल-पे प्रयोग करते हैं। मोबाइल रिचार्ज कराने पर ज्यादा पैसे कटने पर मदद मांगी। इस पर उनके खाते से आठ हजार रुपये कट गए।
केस दो : जानकीपुरम सेक्टर सी निवासी बुजुर्ग रामचंद्र तिवारी के एसबीआई के खाते से पैसा करने पर कस्टमर केयर नंबर से बात की। फोन पर बात करने वाले ने खाते की पूरी जानकारी कर खाते से 26 हजार रुपये निकाल लिए।
केस तीन : विनीत खंड के देशमणि त्रिपाठी ने स्विगी से खाना आर्डर किया था। पैसा न पहुंचने पर आर्डर निरस्त हो गया। उन्होंने दोबारा आर्डर किया। इस बार दोनों आर्डर बुक हो गए। एक निरस्त कराने के लिए कस्टमर केयर फोन किया तो साइबर ठग ने करीब 29 हजार रुपये निकाल लिए।