उत्तर प्रदेशराज्य

यूपी और हरियाणा के 2 डॉक्टरों के बीच हुई सुलह

मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से आखिरकार एनसीआर के दो प्रमुख डाक्टरों के बीच पिछले चार वर्ष से चल रहा झगड़ा खत्म हो गया। पद्मश्री डॉक्टर पुरुषोत्तम लाल और फरीदाबाद मेट्रो अस्पताल में उनके साझेदार डॉक्टर श्याम सुंदर बंसल के बीच पिछले चार साल से झगड़ा चल रहा था। इसके कारण दोनों के बीच कई दीवानी व फौजदारी मामले भी चल रहे हैं। डॉक्टर पुरुषोत्तम लाल की उत्तर प्रदेश के प्रमुख भाजपा नेताओं से नजदीकी जान पहचान है, तो डॉक्टर श्याम सुंदर बंसल की कांग्रेस व भाजपा के प्रमुख नेताओं सहित हरियाणा की टॉप ब्यूरोक्रेसी में अच्छी पकड़ है।

पद्मश्री डॉक्टर पुरुषोत्तम लाल और फरीदाबाद मेट्रो अस्पताल में उनके साझेदार डॉक्टर श्याम सुंदर बंसल के बीच पिछले चार साल से झगड़ा चल रहा था।

ऐसे में दोनों के बीच झगड़ा लगातार बढ़ रहा था। इसी बीच उत्तर प्रदेश के एक प्रभावी नेता ने एक प्रदेश का राज्यपाल बनते ही सबसे पहला काम यह किया कि इन दाेनों डॉक्टरों के बीच सुलहनामा कराने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल को जिम्मेदारी सौंपी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नई दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में दोनों डॉक्टरों के बीच तकनीकी बातों को समझने के लिए मेदांता अस्पताल से जुड़े सुनील सचदेवा को भी इस समझौता पंचायत में जोड़ लिया।

कई दौर की बातचीत के बाद आखिरकार मुख्यमंत्री मनोहर लाल दोनों के साथ सात अगस्त की रात्रि नौ बजे से आठ अगस्त की सुबह चार बजे तक बैठे। दोनों के बीच अस्पताल की कुल लागत के हिसाब से बोली लगाकर कीमत 454 करोड़ रुपये आंकी गई। यह बोली डाक्टर लाल के नाम छूटी। समझौते के बाद डाक्टर लाल को तीन माह के अंदर इसका आधा 237 करोड़ रुपये डॉक्टर श्याम सुंदर बंसल को देना था।

जानकारी के अनुसार, 10 नवंबर को डाक्टर लाल ने कानूनी विवाद में फंसे कुछ करोड़ रुपये छोड़कर बकाया डॉक्टर बंसल को दे दिए। इसके बाद डाक्टर बंसल ने मेट्रो अस्पताल का कब्जा छोड़ दिया और इसके साथ ही हैवल्स ग्रुप के मालिक अनिल राय गुप्ता से मुलाकात कर फरीदाबाद में ही नीलम फ्लाइओवर के साथ लगता क्यूआरजी सेंट्रल अस्पताल 72.5 करोड़ रुपये में खरीद लिया।

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