उत्तर प्रदेशराज्य

आउटर रिंग रोड से जुड़ा कानपुर-लखनऊ हाईवे

स्वतंत्रदेश ,लखनऊकानपुर से लखनऊ आने वाले हल्के व भारी वाहन अब सीधे आउटर रिंग रोड से कनेक्ट हो गए हैं। अभी लखनऊ शहर के भीतर आकर लोगों को अपने गंतव्य अयोध्या, सुलतानपुर, हरदोई, रायबरेली, सीतापुर, बाराबंकी की तरफ जाना पड़ता था लेकिन अब वह आउटर रिंग रोड की मदद से बाहर ही बाहर अपने गंतव्य को जा सकेंगे।इससे दो फायदे होंगे एक तो शहर में ट्रैफिक नहीं बढ़ेगा और दूसरा अयाेध्या जाने वाला व्यक्ति का समय, ईधन दोनों बचेगा। वाहन चालक चंद मिनटों में अयोध्या हाई वे से कनेक्ट हो जाएगा। वापसी में भी अगस्त माह के मध्य में वह यही रास्ता अपना सकता है। क्योंकि दारोगा खेड़ा के पास वापसी का मार्ग अभी बनाया जा रहा है, इसलिए थोड़ा इंतजार करना होगा।इस प्रयोग से करीब पंद्रह हजार हल्के व भारी वाहनों को अभी राहत मिलेगी। भविष्य में तीस से चालीस हजार वाहन इस मार्ग का आसानी से प्रयोग कर सकेंगे। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के इस प्रयास से तीन से पांच हजार दैनिक यात्री जो अभी कानपुर रोड से लखनऊ और लखनऊ से कानपुर रोड, बंथरा, सरोजनीनगर, जुनाबगंज आते जाते थे, उनको भी सहूलियत होगी।

एनएचएआइ लखनऊ से कानपुर के बीच एक्सप्रेस वे का काम काफी तेजी से कर रहा है। दारोगा खेड़ा से थोड़ा आगे बढ़ते ही एलीवेटेड रोड शुरू हो जाता है जो बनी के पास उतरा है। वहीं कानपुर से लखनऊ आने वाले वाले हल्के व भारी वाहन ग्रीन फील्ड का प्रयोग करते हुए बनी के पास एलीवेटेड रोड पर चढ़ेंगे और दारोगा खेड़ा से पहले उतर लेंगे।इनमें जिसे लखनऊ आना होगा, वह सीधे लखनऊ आ जाएंगे, अन्यथा दारोगा खेड़ा से ही आउटर रिंग रोड के जरिए अलग-अलग जिलों के लिए चले जाएंगे। भविष्य में यहां पुलिस चौकी भी बन सकती है। इस काम को करने वाली एजेंसी उतरने के मार्ग को बनाने के साथ ही रोड की कनेक्टिविटी में अधूरा पड़ा फ्लाईओवर भी बना रही है।

वर्तमान में आउटर रिंग रोड पर 25 हजार वाहनों का लोड 

आउटर रिंग रोड पर कानपुर हाई वे से कनेक्ट होते ही वाहनों का दबाव पहले से बढ़ गया है। अभी तक आउटर रिंग रोड पर भारी वाहनों का दबाव पंद्रह हजार के आसपास था। अब यह 25 हजार तक पहुंच गया है। उतरने का मार्ग बनने के बाद इसका ग्राफ तीस हजार तक पहुंच सकता है।

भविष्य में आउटर रिंग रोड पर हल्के व भारी वाहनों का दबाव 40 हजार से अधिक माना जा रहा है। क्योंकि कई जिलों के राष्ट्रीय राजमार्ग से यह कनेक्ट है और वाहन उतरते व चढ़ते रहते हैं, इसलिए वाहनों का दबाव वर्तमान में बिल्कुल भी नहीं है।

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