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लखनऊ में कोरोना का प्रकोप, सपा एमएलसी समेत 999 में वायरस

उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस प्रकोप चरम पर पहुंच गया है। राजधानी लखनऊ में अफसर वायरस की चेन ब्रेक करने में नाकाम साबित हो रहे हैं। केजीएमयू के डॉक्टर और स्टाफ लगातार संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। अफसर वायरस को रोकने के बजाय पॉजिटिव कर्मियों की संख्या छिपाने में लगे हैंरविवार को सपा एमएलसी समेत 999 लोगों में वायरस की पुष्टि हुई है। शहर में 24 घंटे में सर्वाधिक केस रहे।हीं, अस्पतालों में 16 मरीजों की मौत हो गई। वहीं, केजीएमयू के 18 डॉक्टर भी कोरोना की गिरफ्त में हैं। 

शहर में शनिवार को 4213 संदिग्ध मरीजों के सैंपल संग्रह किए गए। लैब में रविवार को 999 में कोरोना की पुष्टि हुई है। लखनऊ में एक दिन में मरीजों की यह सर्वाधिक संख्या रही। अभी तक 11 अगसत को 831 मरीज सबसे ज्यादा रहे। इस दौरान सपा एमएलसी आनंद भदौरिया व उनकी पत्नी भी एंटीजेन किट टेस्ट में पॉजिटिव आई हैं। उनका आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए सैंपल केजीएमयू भेजा गया है। एमएलसी ने खुद सोशल मीडिया पर सं क्रमित होने की जानकारी दी। शहर में अब संक्रमितों की संख्या 27 हजार,619 पहुंच गया है। इसमें सिर्फ अगस्त में ही 19 हजार 562 में वायरस की पुष्टि हुई है

केजीएमयू के 18 डॉक्टर कोरोना की गिरफ्त में 

केजीएमयू में स्थाई व अस्थाई दस हजार कर्मी हैं, वहीं हजारों की तादाद में डॉक्टर व छात्र हैा।  यहां इंफेक्शन कंट्रोल कमेटी आराम फरमा रही है। पिछले 24 घंटे में 18 डॉक्टरों में वायरस की पुष्टि हुई है। यह चिकित्सक क्वीनमेरी, ट्राएज एरिया, आइडीएच  वार्ड, फॉरेंसिक मेडिसिन, सर्जिकल आंकोलॉजी समेत कई विभागों में तैनात हैं।  12 कर्मचारी भी वायरस की चेपट में आए हैं।  ड्यूटी कर रही एक नर्स भी पॉजिटिव आ गई।  आरोप है कि आउट सोर्सिंग पर तैनात नर्स को रात में ही क्वारंटाइन सेंटर से बाहर जाने का फरमान सुना दिया। दो दिन पहले ही घटना सोशल मीडिया पर बयां कींऐसे में आउट सोर्सिंग कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रीतेश मल्ल ने घटना पर नाराजगी जताई। संस्थान के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने डॉक्टर -स्टाफ में कोरोना की जानकारी से इन्कार किया है। 

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