लखनऊ में डेंगू का बढ़ा कहर,24 घंटे में डेंगू के 16 मरीज
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :कोरोनावायरस संक्रमण के संकट के बीच राजधानी लखनऊ में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। यहां बीते 24 घंटे में 16 नए मरीज मिले। स्वास्थ्य विभाग इस बीच निरोधात्मक कार्रवाई भी कर रहा है। 24 भवन मालिकों को लार्वा मिलने पर नोटिस दिया गया है। इन इलाकों में एंटी लार्वा के छिड़काव और फागिंग कराने के लिए नगर निगम को कहा गया है। डॉक्टरों के अनुसार ज्यादातर मरीजों की प्लेटलेट्स 20 हजार व एक हजार से नीचे तक गिर रही है। बावजूद इसके डेंगू के मरीज कोरोना हो जाने के डर से अस्पतालों में भर्ती नहीं होना चाह रहे हैं। यही वजह है कि सिविल अस्पताल से लेकर बलरामपुर के अस्पताल में बने डेंगू वार्ड में आधे से अधिक बेड खाली पड़े हैं।
सिविल-बलरामपुर में रोजाना 24 से अधिक मरीज
राजधानी में डेंगू कितना तेजी से पांव पसार रहा है? इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सिविल अस्पताल में रोजाना 10 से 12 मरीज आ रहे हैं। वहीं बलरामपुर अस्पताल में 12 से 15 नए डेंगू पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। जबकि एक हफ्ते पहले तक सिविल अस्पताल में सिर्फ तीन से चार मरीज व बलरामपुर में सात से आठ नए डेंगू पॉजिटिव आ रहे थे।
डेंगू के मरीजों को कोरोना का डर, चिंतित हो रहे डॉक्टर
डॉक्टरों के अनुसार प्लेटलेट्स 20 हजार के नीचे जाने पर मरीजों को भर्ती हो जाना चाहिए। सिविल व बलरामपुर दोनों अस्पतालों के डेंगू वार्ड में पिछले हफ्ते के मुकाबले इस हफ्ते भर्ती मरीजों की संख्या दो ढाई गुना तक बढ़ी है। लेकिन अभी भी बहुत से डेंगू मरीज भर्ती होने से कतरा रहे हैं, क्योंकि उन्हें कोरोना का डर सता रहा है। मौजूदा समय में बलरामपुर अस्पताल में करीब 20 व सिविल अस्पताल के डेंगू वार्ड में करीब 15 मरीज भर्ती हैं। दोनों ही अस्पतालों के डेंगू वार्ड में करीब इतने ही बेड खाली पड़े हैं।
निरीक्षण में मिली बड़ी लापरवाही, क्यों न फैले डेंगू?
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. केपी त्रिपाठी ने चिनहट के विमलनगर का जायजा लिया। कई स्थानों पर जल भराव की स्थिति मिली। त्रिपाठी ने बताया कि जलभराव की वजह से मच्छर पनप रहे हैं। उन्होंने एंटी लार्वा का छिड़काव करवाया। टीमों ने घरों में जाकर कूलर, गमले देखे। 2,437 घरों व विभिन्न स्थानों पर मच्छर जनक स्थितियों का सर्वेक्षण किया। 44 घरों में डेंगू के लार्वा मिले।