उत्तर प्रदेशराज्य

खर्च कर भी साफ नहीं हो पा रहा लखनऊ स्टेशन, गंदगी से यात्री हो रहे बेहाल

स्वतंत्रदेश,लखनऊपिछले दिनों थोड़ी सी बारिश के कारण लखनऊ स्टेशन की नालियां चोक होने के कारण पटरियों पर जलभराव हो गया। इसके चलते सिग्नल के सर्किट फेल हो गए और ट्रेनें थम गईं। आलमनगर स्टेशन पर गरीब रथ एक्सप्रेस सहित आधा दर्जन से अधिक ट्रेनें दो से तीन घंटे रोकी गईं। सीनियर डीओएम और स्टेशन निदेशक सहित कई अधिकारियों ने रात तीन बजे जागकर ट्रेन संचालन की कमान संभाली। हालांकि स्टेशन पर जमी यह गंदगी सैकड़ों रेलयात्रियों पर भारी पड़ी।

सोमवार को ही लखनऊ पहुंचे यात्री कुंवर नीरज सिंह जब स्टेशन के बाहर निकले तो जगह-जगह मूत्र की बहती गंदगी से उठने वाली दुर्गंध से बेहाल यात्रियों को देख व्यथित हो उठे। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर कई जगह फैले कूड़े की फोटो खींचकर अपनी शिकायत पोस्ट की तो रेलवे की ओर से कार्रवाई करने की जगह उनका ही मोबाइल फोन और पीएनआर नंबर मांग लिया गया। सफाई की यह चौपट व्यवस्था प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सबसे प्रमुख लखनऊ रेलवे स्टेशन की है। इस स्टेशन से लखनऊ मेल, एसी एक्सप्रेस और वंदे भारत जैसी महत्वपूर्ण ट्रेनों से कई वीआईपी यात्री सफर करते हैं। रेलवे ने स्टेशन परिसर के बाहरी और भीतरी हिस्से में सफाई का जिम्मा किंग एजेंसी नाम की फर्म को दिया है। इस फर्म के पास ही ट्रेनों की सफाई और स्टेशन पर चूहे मारने सहित चार तरह के कामों का ठेका है। 

स्टेशन परिसर की सफाई का सालाना छह करोड़ रुपये की दर से तीन साल का 18 करोड़ रुपये का ठेका किंग एजेंसी को दिया गया है। पहले साफ-सफाई का ठेका रेलवे का वाणिज्य अनुभाग के अधिकारियों की देखरेख में उठाया जाता था। 

पिछले दिनों यह व्यवस्था बदलकर सफाई की जिम्मेदारी रेलवे के मैकेनिकल अनुभाग को सौंपी गई। नई व्यवस्था के बाद स्टेशन पर सफाई व्यवस्था एकदम चौपट हो गई है। 

लखनऊ स्टेशन के मेन लाइन के सात और साइडिंग के दो प्लेटफार्मों से प्रतिदिन करीब 240 ट्रेनों का संचालन होता है। प्रतिदिन लगभग डेढ़ लाख यात्री इन ट्रेनों से सफर करते हैं। स्टेशन पर सफाई न होने की शिकायत रेलयात्री लगातार रेलवे से कर रहे हैं। 

पिछले एक साल में लखनऊ स्टेशन पर गंदगी से जुड़ी 293 शिकायतें दर्ज की गई हैं। इन शिकायतों की जांच के बाद भी सफाई व्यवस्था में लापरवाही करने वाली फर्म पर रेलवे के अफसर कार्रवाई से बचते रहे। 

इस बारे में सीनियर डीसीएम कुलदीप तिवारी का कहना है कि सफाई व्यवस्था अब मैकेनिकल अनुभाग के पास है। शिकायत के बाद भी फर्म पर कार्रवाई नहीं हो रही है।

Related Articles

Back to top button