पर्यावरण संरक्षण के साथ बिजली भी पैदा करेगा बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे
स्वतंत्रदेश,लखनऊबुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर्यावरण संरक्षण के साथ बिजली भी पैदा करेगा। एक्सप्रेस-वे के दोनों किनारों पर पर्यावरण संरक्षण के लिए 25,000 से अधिक पौधे लगाए जाएंगे। साथ ही 1,700 हेक्टेयर भूमि पर प्रदेश का सबसे लंबा सोलर पार्क भी विकसित किया जाएगा। इससे 450 मेगावाट ऊर्जा का उत्पादन होगा। इसका निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) की देखरेख में बीओओ (बिल्ड, ओन एंड आपरेट) माडल पर किया जा रहा है।
इटावा से चित्रकूट तक 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के मुख्य कैरिज वे और सर्विस रोड के बीच स्थित 1,700 हेक्टेयर भूमि पर 15-20 मीटर चौड़ाई में सोलर पार्क विकसित किया जाएगा। सोलर पार्क को विकसित करने पर करीब 2,500 करोड़ से अधिक की लागत आएगी। इसके लिए कंपनियों को 25 वर्ष के लिए पट्टे पर भूमि आवंटित की जाएगी।
एक लाख घरों में की जा सकेगी बिजली की आपूर्ति
एक्सप्रेस-वे के दोनों किनारों पर विकसित होने वाले सोलर पार्क से 450 किलोवाट ऊर्जा का उत्पादन हो सकेगा, जिससे एक लाख घरों में बिजली की आपूर्ति की जा सकेगी। एक्सप्रेस-वे पर बांदा और जालौन में औद्योगिक कॉरिडोर भी विकसित किया जा रहा है।साथ ही इसके किनारों पर पीपल, पाकड़, बरगद, गूलर और नीम के 25,000 पौधे लगाए जाएंगे। वहीं बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा करीब 36,000 एकड़ में नोएडा की तर्ज पर नया औद्योगिक शहर बसाने की कवायद की जा रही है। इसे 2028 तक विकसित करने का लक्ष्य मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया है।