बरेली बवाल की पूरी कहानी, 30 लाख रुपये में रची गई थी साजिश
स्वतंत्रदेश,लखनऊबरेली के इज्जतनगर क्षेत्र में पीलीभीत बाइपास पर हुए बवाल की पटकथा पहले ही लिखी जा चुकी थी। रिठौरा के हिस्ट्रीशीटर सभासद केपी यादव के एक दोस्त ने 30 लाख रुपये में प्लॉट पर कब्जा दिलाने का ठेका लिया था। इसके बाद बदमाशों को इकट्ठा किया गया। ये बदमाश होटलों में ठहरे थे। पीलीभीत रोड पर ही बैरियर टू पुलिस चौकी से आगे देहात क्षेत्र में देर रात तक शराब पार्टी हुई और शनिवार सुबह बवाल हो गया। अंधाधुंध गोलियों से पूरा शहर दहल उठा था। प्लॉट कब्जाने के लिए केपी यादव के दोस्त ने ही बदमाशों को इकट्ठा किया था। उनके पास लाठी, डंडे, तमंचे, रॉड आदि थे। शराब पार्टी के दौरान ही किसे क्या करना है? इसकी हिदायत भी दी गई थी। इसके बाद उन्हें स्टार होटल में ठहराया गया।पीलीभीत बाईपास रोड पर शनिवार को प्लॉट पर कब्जे को लेकर प्रॉपर्टी डीलर राजीव राणा और मार्बल की दुकान के मालिक आदित्य उपाध्याय के गुटों में जमकर संघर्ष हुआ था। घटना में दोनों गुटों की ओर से अंधाधुंध फायरिंग की गई। दुकान में जेसीबी से तोड़फोड़ की गई थी। इस पर आदित्य पक्ष ने राजीव गुट की ओर से लाई गईं दो जेसीबी पर तेल डालकर आग लगा दी थी। फायरिंग, तोड़फोड़ और आगजनी से दहशत फैल गई थी। वारदात से पहले बदमाशों को स्टार होटल में ठहराया गया था। स्टार होटल राजीव राणा का बताया जा रहा है। यहां कुछ देर रुकने के बाद तड़के पांच बजे ही बदमाश मार्बल की दुकान पर पहुंच गए और फायरिंग व मारपीट शुरू कर दी। पुलिस अब कॉल डिटेल और लोकेशन निकलवाकर हमलावरों के बारे में जानकारी जुटा रही है। घटनास्थल, होटल सहित अन्य संबंधित स्थानों के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। हालांकि, इंस्पेक्टर इज्जतनगर राधेश्याम का कहना है कि 30 लाख रुपये में सौदे की बात अभी सामने नहीं आई है। जांच की जा रही है।
सौ गोलियां चलीं, महज सात खोखे बरामद
बवाल के दौरान 100 राउंड फायरिंग होने की बात कही जा रही है। तमाम वीडियो भी वायरल हुए। इसमें हमलावर बेखौफ होकर लाइसेंसी बंदूक, रिवॉल्वर व तमंचों से फायरिंग करते दिख रहे हैं। घटना के बाद पहुंची पुलिस ने 312 बोर के पांच, 315 बोर का एक खोखा बरामद किया। इसके अलावा 315 बोर की पिस्टल का एक खोखा मिला। पास में विष्णुधाम कॉलोनी के लोगों के घरों की दीवारों पर गोलियों के निशान घटना की वीभत्सता की गवाही दे रहे हैं।मौके से पुलिस ने चार डंडे बरामद किए हैं। इनमें दो स्टील की रॉड हैं और दो लकड़ी के डंडे। पकड़े गए आरोपियों के पास से 315 बोर का एक तमंचा, एक चाकू, दोनाली लाइसेंसी बंदूक बरामद की है। छह जूते, एक सैंडल भी बरामद की है। इससे साफ है कि घटना के दौरान वहां भगदड़ मच गई थी। इंस्पेक्टर इज्जतनगर राधेश्याम का कहना है कि सौ राउंड गोलियां चलने की बात अभी पुष्ट नहीं हो सकी है। मौके पर जितने खोखे मिले हैं, उन्हें जब्त कर लिया गया है।
एक दर्जन हमलावरों के चेहरे आए सामने
पुलिस ने इस मामले में दो मुकदमे लिखे हैं। दोनों मुकदमों में 20 लोग नामजद, जबकि 150 अज्ञात हैं। पुलिस का कहना है कि घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। एक दर्जन चेहरे सामने आए हैं। इनकी पहचान कराई जा रही है। जल्द ही इनके नाम भी बढ़ेंगे। सर्विलांस टीम आरोपियों के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल व लोकेशन खंगाल रही है। पुलिस का कहना है कि अभी इन मुकदमों में और नाम बढ़ेंगे।