लखनऊ में रेस्टोरेंट की लिफ्ट में दो घंटे फंसे रहे सात कर्मचारी
स्वतंत्रदेश ,लखनऊराजधानी के मुंशीपुलिया चौराहे के पास मनोरमा रेस्टोरेंट में मंगलवार की देर रात लिफ्ट में सात कर्मचारी फंस गए। काफी देर बाद भी वह बाहर नहीं निकल पाए। इस पर सूचना दमकल को दी गई। मौके पर पहुंची दमकल की टीम ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद लिफ्ट का दरवाजा खोलकर कर्मचारियों को बाहर निकाला। गनीमत रही कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।फायर स्टेशन अफसर इंदिरा नगर ने बताया कि रात लगभग तीन बजे रेस्टोरेंट में लोगों के फंसे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद मौके पर पहुंचकर देखा गया। छानबीन में पता चला को दो मंजिला मकान में लगी लिफ्ट का दरवाजा अचानक लॉक होने की वजह से कर्मचारी फंसे हैं। सभी लोग पहली मंजिल पर बने रेस्टोरेंट में काम कर लौट रहे थे। ग्राउंड फ्लोर पर पहुंचे तो लिफ्ट का दरवाजा नहीं खुला। काफी देर प्रयास करने पर भी जब कर्मचारी दरवाजा नहीं खोल पाए तो सूचना दमकल को दी।

टीम ने हाइड्रोलिक स्प्रेडर की मदद से लिफ्ट का दरवाजा फैलाकर खोला और अंदर फंसे अमन, अरुण, शिवम, इशांत, विपिन, आकाश, सौरभ को बाहर निकाला। रेस्टोरेंट का संचालन राजाजीपुरम के रजत द्विवेदी करते हैं। उनसे संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन बात नहीं हो सकी। दमकल की टीम लिफ्ट की सर्विस और रख-रखाव के बारे में भी जानकारी जुटा रही है। लिफ्ट का दरवाजा लॉक होने की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है।
फायर स्टेशन अफसर हजरतगंज से इंदिरा नगर को रात्रि 2:53 बजे सूचना प्राप्त हुई कि मुंशी पुलिया चौराहे पर एक भवन में कन्हैयालाल ज्वेलर्स लिफ्ट में आठ-नौ फंसे हैं। फायर स्टेशन इंदिरानगर से फायर स्टेशन अफसर वाहन लेकर घटनास्थल पर पहुंचे और मुंशी पुलिया के पास रिंग रोड पर कन्हैया लाल ज्वेलर्स के ऊपर बने मनोरमा रेस्टोरेंट के रजत द्विवेदी पुत्र चंद्र प्रकाश द्विवेदी निवासी राजाजीपुरम मकान नंबर 2148 सेक्टर ए ने रेस्टोरेंट में काम करने वाले कर्मचारियों के लिफ्ट में फंसे होने के बारे में बताया। सभी को हाइड्रोलिक स्प्रेडर के माध्यम से लिफ्ट के दरवाजे को फैलाकर सकुशल निकल लिया गया।