उत्तर प्रदेशराज्य

ट्रैफिक रूल तोड़ने वालों पर सख्ती

स्वतंत्रदेश ,लखनऊयूपी की सड़कों पर लगातार हो रहे हादसों से निजात दिलाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने नई रणनीति अपनाई है. यूपी के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के जिलाधिकारी और मंडलयुक्तों के साथ बैठक में सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाने समेत कई विषयों पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा की. बैठक में ऐसी घटनाओं का एक बड़ा कारक तेज रफ्तार में गाड़ी चलाना माना गया. बैठक में ये तय हुआ कि तेज रफ्तार में गाड़ियां चला रहे लोगों का मानक के ऊपर जाने पर चालान किया जाए. वहीं तीन बार से अधिक चालान होने पर लाइसेंस निरस्त करने का भी नियम बनाया जाए और अगर उसके बाद भी चालक नहीं मानते हैं तो उनके वाहनों का पंजीकरण भी निरस्त कराया जाए.  

ये हैं बढ़ते हादसों के कारण

मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने सभी 75 जिले के जिलाधिकारियों और 18 मंडलों के मंडलायुक्तों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात की थी. इस दौरान ओवर स्पीडिंग, रॉन्ग साइड ड्राइविंग, ड्रिंक एंड ड्राइव और मोबाइल फोन का प्रयोग करना सड़क दुर्घटनाओं का एक बड़ा कारण माना गया. 

सड़क सुरक्षा पखवाड़ा किया जाएगा आयोजित

मुख्य सचिव ने इसमें कमी लाने के लिए जागरूकता फैलाने की बात कही. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि 15 से 31 दिसंबर तक सड़क सुरक्षा पखवाड़ा आयोजित किया जाए जिसमें लोगों को जागरूक किया जाए. उन्होंने कहा कि ये एक संवेदनशील और महत्वपूर्ण मुद्दा है इस पर सभी कमिश्नर और डीएम गंभीरता से काम करें. मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सड़क दुर्घटनाओं से प्रभावित व्यक्तियों को समय से उपचार मिल सके इसका भी ध्यान रखा जाए. 

घायल व्यक्तियों को बचाने के लिए ट्रेनिंग दी जाए

उन्होंने अधिकारियों को जिले में मौजूद क्रिटिकल केयर फैसेलिटीज का निरीक्षण करने को कहा जिससे लोगों को सही इलाज मिल सके. उन्होंने यह भी कहा कि आपदा मित्रों को सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों को बचाने के लिए ट्रेनिंग दी जाए जिससे लोगों की जान बचाई जा सके. लगातार बढ़ रहे हिट एंड रन के मामले में लोगों की जा रही जान को ध्यान में रखते हुए मुख्य सचिव ने ये बैठक ली. 

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