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कोरोना की दूसरी लहर से कैसे बचें

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:सर्दी आने के साथ ही यूरोप के कई देशों में कोरोनावायरस के मामले बहुत तेजी से बढ़ने लगे हैं। अमेरिकी इन्फेक्शन डिजीज कमेटी के उपाध्यक्ष डॉक्टर सेन के मुताबिक, सबसे बड़ी चिंता इस बात की है कि सर्दियों में कोरोना का प्रभाव कैसा रहने वाला है। डॉ. सेन कहते हैं, “हम उम्मीद कर रहे हैं कि सर्दियों में हम कोरोना को फैलने से रोक लेंगे।”

सर्दी में कोरोना के रोकथाम के लिए हमें पहले से ही तैयार रहना होगा। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कुछ ऐसी चीजें हैं, जिनसे आप कोरोना की कर सकते हैं। कोरोना की आधी लड़ाई खुद की सावधानियों से लड़ी जानी है और आधी मेडिकल सुविधा के बदौलत। मानसिक तौर पर तैयार होना बहुत जरूरी है।

फ्लू की वैक्सीन लें, बच्चों का ध्यान रखें; 5 तरीकों से कोरोना रोक सकते हैं

 

1. फ्लू से बचने के लिए वैक्सीन जरूर लें

  • अभी तक तो कोरोना की कोई वैक्सीन आई नहीं है। लेकिन, हमें यह निश्चित करना होगा कि हमारे परिवार का हर सदस्य फ्लू समेत दूसरी बीमारियों से बचने के लिए वैक्सीन लिया हो। सर्दियों में कोरोना को रोकने के लिए यह पहला और सबसे बेसिक कदम होगा।
  • परिवार में जितने ज्यादा लोग स्वस्थ रहेंगे कोरोना की संभावना उतनी ही कम रहेगी। कोरोना के चलते पूरे दुनिया में हेल्थ इमरजेंसी के हालात चिंताजनक हैं। हॉस्पिटल में बेड को कोरोना इमरजेंसी के लिए रिजर्व रखा गया है।

    2. बच्चों के प्रति ज्यादा सावधानी बरतें

    • जॉन्स हॉपकिंस सेंटर फॉर हेल्थ सिक्योरिटी में स्कॉलर डॉक्टर एरिक टोनर के मुताबिक, “बच्चों के स्कूल कब तक खुलेंगे, यह कोई नहीं जानता। बच्चे कई दिनों से घर में कैद हैं। ऐसे में उनके मानसिक स्वास्थ्य की चिंता भी करनी होगी। साथ ही सर्दियों में कोरोनावायरस से उन्हें सुरक्षित रखने के लिए पैरेंट्स को विशेष ध्यान देना होगा।”
    • अगर आपका बच्चा बीमार पड़ जाता है तो इस बात पर फोकस करना है कि अगले 24 घंटे उसकी तबियत कैसी रहती है।
    • 3. मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें

      • अभी तक कोविड की वजह से लोगों को सबसे ज्यादा मानसिक तनाव और एंग्जाइटी का सामना करना पड़ा है। इसका असर सबसे ज्यादा बच्चों और पैरेंट्स पर पड़ रहा है।
      • अमेरिकी चाइल्ड माइंड इंस्टीट्यूट के निदेशक डॉ. हेरोल्ड के मुताबिक, कल के बारे में सोचना एंग्जाइटी की सबसे बड़ी वजह है। सबसे पहले पैरेंट्स को यह सोचना बंद करना होगा कि कल क्या होगा और बच्चों को भी इस तनाव से मुक्त होने के लिए प्रेरित करना होगा।
      • 4. इमरजेंसी के लिए कुछ सामान स्टॉक में रखें

        हो सकता है कि आपके परिवार में किसी को कोरोना न हो। लेकिन, दूसरी बीमारियों से लड़ने के लिए हमें अपनी तैयारियों को चाक-चौबंद रखना होगा। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस हेल्थ इमरजेंसी के दौर में हम जितना ज्यादा हॉस्पिटल जाने से बच सकें, उतना ही बेहतर है।

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