सावन में विश्वनाथ दर्शन के लिए ‘वाटर वे’ पर विचार
स्वतंत्रदेश , लखनऊ:4 जुलाई से शुरू हो रहे सावन महीने में शिव भक्तों के लिए बाबा विश्वनाथ का भव्य दरबार तैयार है। पहले दिन 6 से 7 लाख तक श्रद्धालु दर्शन कर सकते हैं। वहीं, पूरे सावन भर में यह संख्या 1 करोड़ को पार सकती है। जून की चिलचिलाती गर्मी में ही हर रोज 1 से 1.50 लाख श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं।
सावन में शिव भक्तों को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर तक पहुंचाने के लिए अस्सी और नमो घाट का ‘वाटर वे’ खुल सकता है। भक्त यहां से 15-20 मिनट में बिना जाम और शोर के श्रीकाशी विश्वनाथ धाम पहुंच सकेंगे। सावन से पहले इन रूटों पर डीजल इंजन वाली टैक्सी की भी शुरुआत हो सकती है।इस मंगलवार (27 जून) को वाराणसी के कमिश्नर कौशल राज शर्मा सावन की तैयारियों और रूटों को लेकर एक बैठक करेंगे। इस बैठक में तय होगा कि मंदिर में इंट्री और एक्जिट का रास्ता क्या होगा। किस-किस रास्ते से भक्त आ-जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि VIP समेत ज्यादा से ज्यादा भक्तों को गंगा द्वार वाले रास्ते से इंट्री देंगे। वहीं, मैदागिन और गोदौलिया से मंदिर वाले मार्ग पर वाहनों को सावन भर के लिए प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।
मंदिर को बनाया रखा जा रहा कूल
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में इस सावन 6 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं का दर्शन-पूजन करने का अनुमान लगाया जा रहा है। भीषण गर्मी को देखते हुए भक्तों के लिए मंदिर को काफी कूल माहौल दिया जा रहा है। जर्मन हैंगर के नीचे भक्तों को कतारबद्ध किया जाएगा। जमीन पर मैट होगी, जिस पर भक्त नंगे पांव चलेंगे। थोड़ी-थोड़ी दूर पर हाई पॉवर कूलर, फैन और ठंडा मिनरल वाटर मिलेगा। इसके अलावा मेडिकल इमरजेंसी के लिए भी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। 4 जुलाई को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं के लिए रेड कार्पेट लगाए जाएंगे। पुष्प वर्षा से स्वागत होगा।