सूझबूझ से ‘बर्निंग ट्रेन’ होने से बची कामायनी एक्सप्रेस
स्वतंत्रदेश , लखनऊ:नेवादा डिगहर गांव के सामने सोमवार को क्रिकेट खेल रहे बच्चों की सूझबूझ से कामायनी एक्सप्रेस ट्रेन हादसे का शिकार होने से बच गई। ट्रेन की एस-पांच बोगी के पहिये से धुआं के साथ ही आग की लपटें निकलते देख पटरी के किनारे खेल रहे बच्चों ने शोर मचाना शुरू किया। बच्चों को ट्रेन की ओर दौड़ते हुए और शोर मचाते देख कर एक यात्री ने चेन खींच दी। इस दौरान लगभग एक घंटे 13 मिनट तक ट्रेन रुकी रही। रेल प्रशासन के अनुसार बोगी का ब्रेक ब्लॉक जाम होने की वजह से धुआं उठने और आग लगने की घटना हुई। अप कामायनी एक्सप्रेस ट्रेन वाराणसी से मुंबई जा रही थी। शाम 4:13 बजे के लगभग ट्रेन सेवापुरी स्टेशन से कुछ दूर आगे बढ़ी थी।
उसी दौरान पटरी के किनारे खेल रहे बच्चे बोगी के पहिये से धुआं और आग की लपटें उठते देखकर शोर मचाते हुए दौड़े। बच्चों का शोर सुनकर एक यात्री ने चेन खींची तो ट्रेन कपसेठी रेलवे स्टेशन के पूर्वी आउटर सिग्नल के पास नेवादा डिगहर गांव के सामने पोल नंबर-797 के पास रुकी। ट्रेन के रुकते ही आग लगने की बात सुनकर बोगी में सवार यात्रियों में अफरातफरी मच गई। यात्री अपना सामान लेकर बोगी से नीचे उतर गए। लोको पायलट एके सिंह ने बताया कि ट्रेन के रुकने के बाद साथ चल रहे रनिंग स्टाफ के. राम निहोरा और निहाल ने अग्निशमन यंत्र की मदद से आग पर काबू पाया। उसी बीच कपसेठी के स्टेशन मास्टर अब्दुल असद की सूचना पर वहां का भी रनिंग स्टाफ आ गया था। आग पर काबू पाने के बाद 5:15 बजे घटनास्थल से रवाना होकर ट्रेन कपसेठी स्टेशन पहुंची। वहां पुन: उसकी जांच की गई। जांच में सब कुछ सामान्य मिलने पर 5:26 बजे ट्रेन गंतव्य के लिए रवाना हुई।
अप लाइन की ट्रेनें हुईं प्रभावित
घटनास्थल पर मौजूद नेवादा गांव के उदय बहादुर सिंह, आकाश सिंह और श्यामलाल ने बताया कि हम लोग रेलवे ट्रैक के पास क्रिकेट खेल रहे थे। ट्रेन के पहिये से धुआं उठते हुए और आग की लपटें देख कर हम लोगों ने दौड़ कर शोर मचाया तो किसी यात्री ने चेन पुलिंग कर ट्रेन रुकवाई। इसके बाद यात्री बोगी से उतर कर नीचे भागे। उधर, इस घटना के कारण अप लाइन से गुजरने वाली बुंदेलखंड इंटरसिटी एक्सप्रेस समेत कुछ मालगाड़ी की आवाजाही प्रभावित रही। वहीं, डाउन लाइन से गुजरने वाली ट्रेनें कॉशन पर चलाई गईं।