स्मार्ट प्रीपेड मीटर के लिए नहीं पड़ा टेंडर
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:मध्यांचल के 19 जिलों में प्रीपेड मीटर लगाने के लिए अभी तक कोई कंपनी नहीं आई है। 5400 करोड़ रुपए टेंडर के लिए कोई कंपनी टेंडर डालने के लिए नहीं आई। ऐसे में अब इसके लिए डेट बढ़ाने की तैयारी चल रही है। अभी तक अडानी ग्रुप इसमें टेंडर डालना चाहता था लेकिन उनकी दरें एस्टीमेटेड कॉस्ट छह हजार रुपए प्रति मीटर से 10 हजार रुपए प्रति मीटर तक होने की वजह से रद्द कर दिया गया था।
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने बताया कि पहले अडाणी, जीएमआर व एलएनटी सहित इन टेली स्मार्ट ने टेंडर डाला था। हालांकि उन सब का टेंडर रद्द कर दिया गया था। अब दोबारा हुए टेंडर में किसी भी कंपनी ने टेंडर नहीं डाला है। बताया कि उपभोक्ता परिषद ने विद्युत नियामक आयोग में याचिका लगा रखी है।
इसमें मध्यांचल की तरह बाकी बिजली कंपनियों के टेंडर निरस्त करने की मांग की गई है। बताया कि मांग है कि 8 या उससे ज्यादा कलस्टर में निकाल कर दोबारा टेंडर जारी करना चाहिए। इससे कि देश की सभी मीटर निर्माता कंपनियां भी टेंडर में शामिल हो सकें। इससे आपस में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और दरें कम आएंगी। इसका लाभ प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को मिलेगा।