यूपी विधानसभा में बजट पर चर्चा
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:यूपी विधानसभा में अखिलेश यादव ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यूपी की स्थिति अभी सुधरी नहीं है। बजट को दिशाहीन बताते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बदहाल हालत में है। किसानों की हालत दयनीय हो गई है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री माफियाओं को मिट्टी में मिलाने का दावा करते हैं, लेकिन पहले सूची दें, ताकि जनता भी जाने कि माफिया कौन लोग हैं? प्रदेश की जनता यह जानना चाहती है तो फिर सरकार पीछे क्यों हट रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश देश को प्रधानमंत्री देता है। लोकसभा चुनाव उत्तर प्रदेश का बहुत बड़ा चुनाव है। भाजपा देश के बड़े विपक्षी नेताओं के खिलाफ तमाम तरह की साजिश कर रही है। षडयंत्र कर ईडी और सीबीआई का प्रयोग कर लोकसभा चुनाव 2024 को प्रभावित करने का प्रयास कर रही है। भाजपा महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को दबाने के लिए जबरन विपक्षी नेताओं को फर्जी केस में फंसाती है। भाजपा लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है। भाजपा के इन हथकंड़ों से संघर्षशील नेता और कार्यकर्ता डरने वाले नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सिर्फ 4 प्रतिशत बेरोजगारी दर बताई जा रही है। इसका मतलब क्या 90 प्रतिशत बेरोजगारों को रोजगार मिल गया है? गैस सिलेंडर, दूध, आटा, दाल सब महंगा हो गया है। महंगाई से लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। भाजपा के पास महंगाई कम करने का कोई भी जवाब नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का किसान छला गया है। उसको न तो एमएसपी मिली नहीं उसकी आय दोगुनी हुई। गन्ना किसान को बकाया भुगतान भी नहीं मिला। भाजपा ने जिस उद्योगपति को बढ़ाया था और दुनिया में नंबर 2 पर पहुंचा दिया था, वह 20 लाख करोड़ रुपये के घाटे में चला गया है। एलआईसी और एसबीआई जैसी सरकारी संस्थाओं का पैसा डूब गया। केंद्र सरकार कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है?