CBI ने आगरा यूनिवर्सिटी से शुरू की जांच
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:CBI ने वीसी विनय पाठक के खिलाफ आगरा की डॉ. भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी से जांच शुरू की है। जहां विनय पाठक की तैनाती के दौरान कमीशनखोरी के आरोप लगे थे। CBI सूत्रों के मुताबिक, इस केस में बयान दर्ज कराने वाले यहां के दो अफसरों से मंगलवार सीबीआई ने दस्तावेज मांगे।
12 कर्मचारियों के दोबारा दर्ज होंगे बयान
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक,आगरा यूनिवर्सिटी के जिन 12 कर्मियों ने STF को बयान दर्ज कराए थे। उनके टीम दोबारा बयान दर्ज करेगी। इस दौरान यूनिवर्सिटी के दो अन्य अधिकारियों ने टीम से संपर्क किया। जिनसे भी टीम ने कमशीखोरी से जुड़े दस्तावेज देने की बात कही है। यहां परीक्षा सामग्री का ठेके को लेकर वादी डेविड मारियो ने वीसी विनय पर कमीशनखोरी का आरोप लगाया था।
CBI ने डेविड की तहरीर और STF से मिले दस्तावेजों को खंगालने के बाद आगरा यूनिवर्सिटी से जांच शुरू करने का निर्णय लिया है। चर्चा है कि वहीं डेविड मारियो से सीबीआई के संपर्क में नहीं आया है। जिसको लेकर सीबीआई लगातार प्रयास कर रही है।
फिर सीबीआई जांच रोकने की दाखिल कर सकता है याचिका
सूत्रों के मुताबिक, डेविड पूरे मामले की जांच सीबीआई की जगह STF से कराने के पक्ष में है। डेविड ने कोर्ट में अर्जी दी थी कि सीबीआई जांच न कराई जाए। सुनवाई से पहले डेविड ने नए सिरे से याचिका की अनुमति मांगी थी। हाईकोर्ट ने अनुमति दे दी थी। बताया जा रहा है कि डेविड 21 जनवरी तक नये तथ्यों के साथ दोबारा CBI जांच पर रोक के लिए याचिका दायर करने की फिराक में है। इससे पहले भी जांच सीबीआई से न कराकर STF से ही कराने को लेकर उसने कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी। मगर, बाद में वापस ले ली। अब इसके लिए वह वकीलों के सम्पर्क में है।
29 अक्टूबर को दर्ज हुआ था केस
29 अक्टूबर को इंदिरा नगर थाने में सीएसजीएमयू के कुलपति विनय पाठक और उनके करीबी अजय मिश्र के खिलाफ दर्ज इस मुकदमे की विवेचना के दौरान STF की तीन टीमों ने कई जानकारी जुटाए थे। CBI जांच की सिफारिश होते ही STF ने इस प्रकरण से जुड़े साक्ष्यों व बयानों की 103 पन्नों की फाइल तैयार कर ली थी। इस पूरी फाइल को भी सीबीआई को दिखा दिया गया।
दो टीमों ने शुरू की जांच सीबीआई दिल्ली की दो टीमों ने जांच शुरू कर दी है। एक टीम का नेतृत्व डिप्टी एसपी स्तर के अधिकारी कर रहे हैं जबकि दूसरी टीम एक इंस्पेक्टर के नेतृत्व में साक्ष्य जुटाएगी। इसमें एक टीम दिल्ली लौट गई है कि जो वहां के अफसरों को अब तब की प्रगति का पूरा ब्योरा देगी। उधर, दूसरी टीम ने एकेटीयू और आगरा यूनिवर्सिटी से जुड़े कई दस्तावेजों पर अपनी जांच शुरू कर दी।