उत्तर प्रदेशलखनऊ

तीन साल में यूपी में बनने लगेंगी ब्रह्मोस मिसाइलें

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:आजादी के अमृत महोत्सव के अपने संबोधन में भी सीएम योगी ने डिफेंस कॉरिडोर का जिक्र किया था। सीएम ने कहा था कि इस कौरिडोर के विकास से उत्तर प्रदेश राष्ट्र की सुरक्षा व्यवस्था और रक्षा उपकरणों के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

डिफेंस कॉरिडोर में 100 से अधिक मिसाइलों के निर्माण का टारगेट

देश के दूसरे डिफेंस कौरिडोर में अगले तीन साल में अत्याधुनिक ब्रह्मोस मिसाइलों का निर्माण होने लगेगा। शुरू में 100 से अधिक मिसाइलों के निर्माण का लक्ष्य रखा गया गया है। पांच से सात साल में 900 करोड़ रुपये की मिसाइलों के उत्पादन का लक्ष्य है।

DRDO और NPOM के बीच 300 करोड के निवेश का MoU
डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन यानी डीआरडीओ और रसियन कंपनी एनपीओएम के बीच मेमोरंडम ऑफ अंडरटेकिंग यानी एमओयू हो चुका है। ये कंपनियां शुरू में 300 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी। इसके लिए कॉरिडोर के लखनऊ नोड में 80 एकड़ भूमि चिन्हित की गई है। 26 दिसम्बर 2021 को इसका शिलान्यास भी हो चुका है।

निवेशकों को नहीं आएगी पूंजी की दिक्कत
डिफेंस कॉरिडोर परियोजना को गति मिले। इसमें निवेश करने वालों को पूंजी की दिक्कत न आए इसके लिए उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण , स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, सिडबी, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा से एमओयू कर चुका है।

93 कम्पनियों से यूपीडा एमओयू, 11256 करोड़ का निवेश

डिफेंस कॉरिडोर प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के सिलसिले में 5 फरवरी 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखनऊ में डिफेंस एक्सपो का उद्घाटन किया था। इस आयोजन में 70 देशों की रक्षा उपकरणों के उत्पादन से जुड़ी करीब 1029 कंपनियों ने भाग लिया था।

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