निलंबित शिक्षक की ABSA से दबंगई
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:प्रयागराज के खंड शिक्षाधिकारी नगर कार्यालय में निलंबित प्रधानाध्यापक सुरेश चंद्र ने गुरुवार को हंगामा खड़ा कर दिया। निलंबन पत्र लेने के बाद वो सीधे एबीएसए कार्यालय पहुंच गए, जहां प्रज्ञा सिंह बैठी थीं। वहां पहुंचकर उन्होंने एबीएसए के साथ हद दर्जे की बदतमीजी की। इसके बाद हंगामा करने लगे। देख लेने की धमकी दी और बीच-बचाव करने आए कर्मचारियों के साथ मारपीट भी की। एबीएसए प्रज्ञा सिंह ने सुरेश चंद्र के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी है।सुरेश चंद्र प्राथमिक विद्यालय नींवा प्रथम, प्रयागराज में प्रधानाध्यापक हैं। एबीएसए प्रज्ञा सिंह ने दैनिक भास्कर काे बताया कि 11 अगस्त 2022 को सघन चेकिंग अभियान चल रहा था। इसी के तहत एबीएसए प्रज्ञा सिंह भी 11 अगस्त को चेकिंग के लिए निकली थीं। जब वो प्राथमिक विद्यालय नींवा प्रथम पहुंचीं तो 76 बच्चों में से एकेवल 15 ही उपस्थित थे। 8:00 बजे की बजाए पूर्वाहन 11:30 बजे प्रभातफेरी निकालने की तैयारियां की जा रही थी। इसके अलावा मिड डे मील भी नहीं बना था, जबकि शासन की ओर से स्पेशल डे मील बनाने का आदेश दिया गया था। सुरेश चंद्र से जब इस लापरवाही का कारण पूछा गया तो वह उग्र हो गए और अभद्रता शुरू कर दी। इसके बाद हमें निरीक्षण बीच में ही छोड़कर वापस आना पड़ा। इस घटना की जानकारी जब बेसिक शिक्षा अधिकारी को दी गई तो उन्होंने 16 अगस्त को ही आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया।

एबीएसए प्रज्ञा सिंह द्वारा पुलिस को दी गई तहरीर में कहा गया है कि 18 अगस्त को सुरेश चंद्र अपने बेटे के साथ आए और सीधे एबीएसए के दफ्तर में घुस गए। निलंबन पत्र रिसीव करने के बाद एबीएसए से बहस करने लगे। मना करने पर हद दर्जे की अभद्रता की और एबीएसए से चिल्लाकर बात करने लगे। विरोध करने पर देख लेने की धमकी दी। मना करने पर परिचारक सबलू, कार्यालय लेखाकार संदीप कुशवाहा के साथ मारपीट की भी किया। यही नहीं एबीएसए की टेबल पर रखे दस्तावेजों को भी फाड़ दिया। इससे करीब एक घंटा तक काम-काज प्रभावित रहा।