उत्तर प्रदेशराज्य

दो साल नहीं बढ़ेगा किराया , जानिए कैसे होगी कमाई

 

स्वतंत्रदेश,लखनऊ। मेट्रो यात्रियों के लिए खुशखबरी है, उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसी)लखनऊ मेट्रो का किराया फिलहाल दो साल तक नहीं बढ़ाएगा। वर्ष 2017 से लखनऊ में मेट्रो का संचालन हो रहा है।

नियमानुसार हर दो साल में छह फीसद किराया बढ़ाने का नियम है। लखनऊ मेट्रो ने निर्णय किया है कि किराया न बढ़ाकर विज्ञापन, सीजी सिटी में मिलने वाली जमीन का वाणिज्य उपयोग और प्रापर्टी डेवलेपमेंट एरिया यानी खानपान के स्टॉल से आय बढ़ाई जाए। ऐसे में लखनऊ मेट्रो इस बार अपने सभी 21 मेट्रो स्टेशन के वाणिज्य स्थानों को किराये पर दे रहा है। सत्तर फीसद स्टेशनों पर स्थान किराये पर उठ भी गए हैं।

दो वर्षों तक  नहीं बढ़ाया जाएगा किराया हर दो साल पर बढ़ाया जाता है मेट्रो का किराया प्रापर्टी डेवलेपमेंट एरिया और विज्ञापन से कमाई करेगा मेट्रो।

वर्तमान में पंद्रह करोड़ वार्षिक किराया खाना पान के स्टॉल से आ रहा है। यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बताया कि लॉक डाउन के बाद से हर दिन मेट्रो पर यात्रियों का विश्वास बढ़ रहा है। यात्रियों का ग्राफ जिस हिसाब से बढ़ रहा है, उसे देखते हुए लखनऊ मेट्रो कम से कम दो साल तक किराया बढ़ाने पर कोई विचार ही नहीं करेगा प्रयास है कि मेट्रो जन जन की सवारी बने। परिवहन संसाधानों में बेहतर संसाधन मेट्रो अभी तक साबित हुआ है, इसका किराया जिन यात्रियों का ज्यादा लग रहा है, उनके लिए सबसे ज्यादा खुशखबरी है कि हम किराया नहीं बढ़ाएंगे और मेट्रो ऐसे यात्रियों के लिए तैयार है। उन्होंने बताया कि किराया निर्धारण कमेटी हर दो साल में किराया बढ़ाती है, अगर किराया बढ़ाना होता तो अब तक किराया साठ रुपये के स्थान पर 72 रुपये हो चुका होता, लेकिन ऐसा नहीं होगा।

10 रुपये दो स्टेशन : 15 रुपये तीन से छह स्टेशन : 20 रुपये सात से नौ स्टेशन के बीच : 30 रुपयेदस से तेरह स्टेशन के बीच : 40 रुपये चौदह से सत्रह स्टेशन के बीच : 50 रुपये 18 स्टेशन व उससे आगे : 60 रुपये

यूपीएमआरसी एमडी, कुमार केशव ने कहा कि ‘लखनऊ मेट्रो अपना किराया वर्ष 2017 से नहीं बढ़ाया है और दो साल तक किराया बढ़ाने पर विचार नहीं किया जाएगा। मेट्रो जन जन की सवारी बने, यह मेरा सपना है। इसके लिए मैं लगा हुआ हूं।’

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