प्रदेश के 44 जिलों में आज फिर भारी बारिश की चेतावनी
स्वतंत्रदेश ,लखनऊउत्तर प्रदेश के तराई और पूर्वाचल के इलाकों में घनघोर बारिश का सिलसिला जारी है। कई जिलों में जलभराव और बाढ़ जैसे हालात हैं। सोमवार को रायबरेली में सर्वाधिक 202 मिमी और बदायूं में 190 मिमी बारिश दर्ज किया गया। इसी तरह अयोध्या में 151 मिमी, बाराबंकी में 140 मिमी, संभल में 122 मिमी बारिश हुई। माैसम विभाग की ओर से मंगलवार के लिए प्रदेश के तराई इलाकों के 19 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट और 25 अन्य जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट है। 44 जिलों में गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक मंगलवार को पूर्वी तराई इलाकों में भारी मानसूनी बारिश के संकेत हैं। बुधवार से बारिश की तीव्रता में गिरावट आएगी।

प्रदेश के पांच सर्वाधिक बारिश वाले जिले
रायबरेली -202 मिमी
बदायूं – 190 मिमी
अयोध्या -151 मिमी
बाराबंकी- 140 मिमी
संभल में 122 मिमी
यहां है भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट
बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, कासगंज, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं व आसपास के इलाकों में।
भारी बारिश का येलो अलर्ट
गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, बागपत, गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, एटा, मैनपुरी व आसपास के इलाकों में।
राजधानी में मानसून के बादलों ने अगस्त में बारिश का छह साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा है। सोमवार को लखनऊ में 91 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके पहले वर्ष 2018 में 3 अगस्त को 114.3 मिमी बारिश रिकाॅर्ड की गई थी। 2018 के बाद अगस्त में किसी भी वर्ष एक दिन में बारिश का आंकड़ा 91 मिमी के पास तक भी नहीं गया।
लगातार धीमी गति की बारिश से तापमान में भी खासी गिरावट दर्ज की गई है। 48 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान 5.7 डिग्री लुढ़क चुका है। न्यूनतम तापमान में भी 2.7 डिग्री की गिरावट आई। इसी का असर था कि सोमवार को भोर में लोगों को एसी-कूलर के साथ पंखे भी बंद करने पड़े।
रविवार से बादल ज्यादा सक्रिय हैं। सोमवार शाम तक कभी हल्की तो कभी तेज बारिश होती रही। इसका असर जनजीवन पर भी पड़ा। आंचलिक माैसम विज्ञान केंद्र अमाैसी के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक राजधानी क्षेत्र में बादलों की सक्रियता मंगलवार को भी बने रहने की उम्मीद है।