14 शहरों में 21 लाख घरमालिक नहीं दे रहे हाउस टैक्स
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:उत्तर प्रदेश के 14 शहरों में सर्वे के दौरान करीब 21 लाख ऐसे भवन स्वामियों को चिह्नित किया गया है जो सुविधाएं लेने के बाद भी गृहकर नहीं दे रहे हैं। इन पर करीब 1076.83 करोड़ रुपये गृहकर की देनदारियां बनती हैं। नगर निगम अब ऐसे मकान मालिकों को नोटिस भेजकर गृहकर की वसूली करेंगे।
विभाग को लगातार यह शिकायतें मिल रही थीं कि शहरी क्षेत्रों में बने सभी आवासीय व व्यवसायिक प्रतिष्ठानों से गृहकर की वसूली नहीं हो रही है। इसके लिए प्रदेश के 14 शहरों कानपुर, गोरखपुर, झांसी, मेरठ, फिरोजाबाद, अयोध्या, मथुरा, आगरा, गाजियाबाद, लखनऊ, प्रयागराज, सहारनपुर, मुरादाबाद व बरेली में भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) से मैप तैयार कराते हुए स्थलीय सर्वे कराया गया। इसमें पता चला कि कई ऐसे भवन स्वामी हैं जो सालों से रहते चले आ रहे हैं और गृहकर नहीं दे रहे हैं।
ब्याज के साथ होगी गृहकर की वसूली
नगर विकास विभाग ने नगर निगमों को निर्देश दिया है कि जीआईएस सर्वे के दौरान चिह्नित की गई संपत्तियों के आधार पर बकाया गृहकर वसूली की प्रक्रिया शुरू की जाए। मकान मालिकों को पहले स्वयं कर जमा करने के लिए मौका दिया जाए। सालों से जिनका गृहकर बकाया है उनसे ब्याज के साथ वसूली की जाए। गृहकर का निर्धारण जब से बिजली का कनेक्शन हुआ है उस समय से निर्धारित किया जाएगा।