उत्तर प्रदेशराज्य

 दया शंकर मिश्र के अफसरों को न‍िर्देश

 स्वतंत्रदेश, लखनऊ:जर्जर भवनों में चल रहे होम्योपैथिक अस्पताल व डिस्पेंसरी की मरम्मत कराई जाए। ऐसे लोग जो दान में जमीन देकर अस्पताल बनवाने के इच्छुक हैं, उनका प्रस्ताव तत्काल विभाग को उपलब्ध कराया जाए। उनकी पसंद पर ही अस्पताल का नामकरण किया जाए। यह निर्देश होम्योपैथी विभाग के अधिकारियों को आयुष राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु ने दिए।

 यूपी सरकार प्रदेश के होम्योपैथिक कालेजों पर अपना फोकस कर रही है। 

आयुष मंत्री ने अस्‍पताल बनाने के ल‍िए अफसरों को द‍िए न‍िर्देश 

  • राजधानी में राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कालेज में विभाग कार्यों की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि दान में जमीन लेकर अस्पताल बनाने के लिए जनप्रतिनिधियों से सहयोग लिया जाए।
  • अस्‍पताल बनाने के ल‍िए लोगों से भी संपर्क किया जाए। उनसे जमीन प्राप्त करने बाद ही विभाग को अस्पताल व डिस्पेंसरी बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा जाए।
  • विभाग अस्पताल या डिस्पेंसरी बनाने के लिए फंड देगा। उन्होंने होम्योपैथिक अस्पतालों की ओपीडी में आने वाले मरीजों का विवरण लिया और निर्देश दिए कि मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी की कोशिश की जाए।

  • यूपी सराकर ने प्रदेश के होम्योपैथिक मेडिकल कालेजों की दशा सुधारने की द‍िशा में ठोस कदम उठाने शुरु कर द‍िए हैं।
  • आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दया शंकर मिश्र दयालु ने होम्योपैथिक मेडिकल कालेजों में पढ़ा रहे शिक्षकों के बारे में छात्रों से फीडबैक लिए जाने के न‍िर्देश द‍िए हैं।
  • आयुष मंत्री ने कहा क‍ि शिक्षक कैसा पढ़ा रहे हैं और कोर्स अब तक कितना पूरा हुआ है, इसके बारे में पूरी जानकारी लेने को फीडबैक सिस्टम विकसित किया जाए।
  • मंत्री ने कहा कि प्राचार्य विद्यार्थियों के बीच जाएं और उनकी समस्याओं का समाधान करें। उन्होंने कहा कि शैक्षिक कैलेंडर का सख्ती से पालन किया जाए और पाठ्यक्रम को समय पर पूरा कराया जाए।
  • सभी प्राचार्यों को निर्देश दिए कि वह एक हफ्ते का विशेष स्वच्छता अभियान चलाएं और आयुष चिकित्सा पद्धति से लोगों को उपचार कराने के लिए प्रेरित करें। 

दयाशंकर मिश्र दयालु ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मन की बात में यह बताया गया है कि देश में आयुष के क्षेत्र में 10 हजार करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव आए हैं। ऐसे में यूपी में भी निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए कार्य किया जाए। क्योंकि यहां आयुष के क्षेत्र में काफी कार्य किया गया है।

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