विधान परिषद में कांग्रेस हुई जीरो
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:उत्तर प्रदेश विधान परिषद में 10 सदस्यों का कार्यकाल खत्म हो रहा है। इसमें सपा के 6, बसपा के 3 और कांग्रेस के 1 MLC रिटायर हो रहे हैं। आजादी के बाद पहली बार विधान परिषद में कांग्रेस शून्य हो जाएगी। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र चौधरी का कार्यकाल भी समाप्त हो रहा है। लेकिन, भाजपा के ये दोनों सदस्य दोबारा चुने जा चुके हैं।
113 साल में पहली बार ऐसा होगा जब विधान परिषद में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व ही नहीं होगा। उसके एकमात्र सदस्य दीपक सिंह का कार्यकाल आज खत्म हो गया। कांग्रेस के प्रमुख नेता रहे मोतीलाल नेहरू से शुरू हुआ ये सिलसिला उनकी पांचवीं पीढ़ी के समय में खत्म हो रहा है।
विधान परिषद के सफर में पहली बार कांग्रेस का एक भी सदस्य नहीं होगा। यूपी कोटे से राज्यसभा में कांग्रेस पहले ही मुक्त हो चुकी है। इस तरह यूपी से न तो संसद के उच्च सदन में और न ही विधान परिषद में, कांग्रेस का कोई सदस्य होगा। इस बार हुए विधानसभा चुनाव में सदस्य संख्या के हिसाब से कांग्रेस सबसे निचले पायदान पर पहुंच गई है। उसके 2 विधायक जीते और 2.5% से भी कम वोट मिले हैं।