इलाज के दौरान तीन तीर्थयात्रियों की मुंबई में मौत
स्वतंत्रदेश ,लखनऊबीती 10/11 नवंबर की रात तीर्थयात्रियों से भरी टूरिस्ट बस व ट्रक की टक्कर में घायल तीन बस सवार यात्रियों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जिसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। गंभीर रूप से घायल पांच लोगों को लखनऊ के ट्रामा सेंटर के लिए रेफर किया गया था। परिजन उन्हें बेहतर इलाज के लिए लखनऊ से मुंबई ले गए थे।महाराष्ट्र के करीब 45 तीर्थयात्रियों से भरी बस बीती 25 अगस्त को मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश के तीर्थस्थल के लिए रवाना हुई थी। मध्य प्रदेश के उज्जैन समेत अन्य तीर्थस्थल के दर्शन के बाद बस उत्तर प्रदेश की सीमा में दाखिल हुई। 10/11 नवंबर की रात भोजन के बाद यह बस अयोध्या से काशी के लिए रवाना हुई थी। रात करीब एक बजे लंभुआ नगर पंचायत के मुस्लिम कब्रिस्तान के पीछे से गुजरे सुलतानपुर – वाराणसी फोरलेन के किनारे मौजूद चाय की दुकान के सामने चालक ने बस खड़ी कर दिया। चालक एक सहयोगी के साथ चाय पीने उतरा था। जबकि, बस में मौजूद ज्यादातर यात्री सो रहे थे। यहां पर पहले से एक ट्रक खड़ा था। इसी दौरान पीछे से आ रहे सेब से भरे ट्रक ने बस में पीछे से जोरदार टक्कर मार दी थी। ट्रक जम्मू कश्मीर से वाराणसी की तरफ जा रहा था।
दुर्घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन सक्रिय हो गया था। तहसीलदार देवानन्द तिवारी, पुलिस उपाधीक्षक अब्दुस सलाम खान, प्रभारी निरीक्षक अखण्डदेव मिश्र की मौजूदगी में गंभीर रूप से पांच घायलों को मेडिकल कॉलेज रेफर किया था। मुंबई से तीर्थयात्रियों के साथ आये गुरु भोईर ने बताया कि लखनऊ में भर्ती पांच लोगों को उनके परिजन इलाज के लिए मुंबई लेकर चले गए थे। जिसमें वसार (कल्याण) निवासी श्री कांता दादा जी म्हात्रे (41), सौ जनाबाई श्रीराम वागले (50) तथा गोरपे (अंबरनाथ) निवासी सौ सुजाता सन्तोष पाटील (40) की इलाज के दौरान मौत हो गई। उधर, प्रभारी निरीक्षक अखण्डदेव मिश्र ने बताया कि कुछ घायलों की मौत की जानकारी मिली है। अभी लिखित तहरीर नहीं मिली है।