तेज हुई गाड़ी की स्पीड तो कटेगा चालान
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:अक्सर खाली सड़क दिखते ही हमारी बाइक या कार की स्पीड़ बढ़ जाती है। कई बार तो यह 100 के ऊपर भी निकल जाती है। हालांकि, यह लापरवाही अक्सर हादसों का सबब बनती है। इस पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस कमिश्नरेट ने ओवर स्पीडिंग के चलते दुर्घटनाओं की सबसे ज्यादा शिकायतों वाली शहर की सात सड़कों को चुना है।यहां लगे स्पीडोमीटर की नजर हर वक्त वाहनों पर रहती है। ऐसे में जैसे ही इन सड़कों पर कोई चालक अपने वाहन की गति 60 किमी से ऊपर करता है, सेकेंडों में उसका चालान हो जाता है। डेढ़ माह में इन सात सड़कों पर 17 हजार के करीब चालान हो चुके हैं।
एडीसीपी ट्रैफिक अजय कुमार के मुताबिक इस व्यवस्था का मकसद दुर्घटना होने से रोकना है। जब चालान कटता है तो लोग अपने वाहन की गति को लेकर सतर्क रहते हैं।इन सड़कों पर आईटीएमस के माध्यम से कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें स्पीडोमीटर सॉफ्टेवेयर है। इनमें 60 की स्पीड तय कर दी गई है। जैसे ही वाहन इससे अधिक की गति से गुजरता है, वैसे ही कैमरा वाहन को कैद कर लेता है। इसके बाद विभाग में बैठा कर्मचारी वाहन का तुरंत चालान कर देता है।
दो से चार हजार रुपये का होता है चालान
ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक इन सात सड़कों पर 60 से ज्यादा की स्पीड में गुजरने वाले छोटे वाहन बाइक व कार का दो हजार रुपये और बड़े वाहनों ट्रक, बस व अन्य का चार हजार रुपये का चालान होता है।
इन सात सड़कों पर हो रहा चालान
– खुर्रमनगर से समता मूलक चौराहा
– 1090 चौराहे से कालीदास मार्ग
– अवध से दुबग्गा
– बंग्लाबाजार से कैंट
– तेलीबाग से बंग्लाबाजार
– दयाल पैराडाइज से गोमतीनगर विस्तार
– सेक्टर 25 से मुंशीपुलिया