कहीं पथराव तो कहीं विरोध का जुलूस
स्वतंत्र देश, लखनऊ:कानपुर में तीन जून को जुमे की नमाज के बाद उपद्रव को लेकर हाई अलर्ट पर रही पुलिस के कारण वहां पर जुमे की नमाज शांति से हो गई। इसके विपरीत प्रयागराज के अटाला में जुमे की नमाज के बाद अटाला में पथराव किया गया तो सहारनपुर में विरोध जुलूस निकाला गया।
सहारनपुर की जामा मस्जिद में हजारों की संख्या में नमाजियों ने नमाज पढने के बाद मस्जिद के बाहर नारेबाजी की। हुजूम यहां से निकलकर घंटाघर की ओर बढ़ा। इससे दुकानदारों में दहशत हो गई। बवाल की आशंका से दुकानदार चिंंतित हो गए हो गए और बाजार बंद कर दिया। उधर, हजारों की संख्या में हुजूम लगातार घंटाघर की ओर बढ़़ रहा था। अल्लाह हू अकबर के नारे लगाते लोगों ने घंटाघर चौराहे को घेर लिया। रोड जाम हो गए। वाहनों की कतार लग गई, वहीं युवकों ने तालियां बजाकर अपना विरोध करना शुरू कर दिया। सरकार का विरोध किया गया और खूब नारेबीज की गई। लगभग आधे घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही। पुलिस भी भीड़ के साथ चल रही थी। बड़ी मशक्कत के बाद पुलिस फोर्स ने लोगों को घंटाघर से रवाना किया। करीब आधे घंटे तक स्थिति असामान्य रहने के बाद लोग घरों को रवाना हुए। इससे पूर्व जामा मस्जिद के बाहर भी विरोध व प्रदर्शन किया गया।
प्रयागराज में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद अटाला चौराहे पर कुछ लोगों ने पत्थरबाजी की। जुमे की नमाज के बाद शहर के अटाला इलाके में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। इससे अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने समझाने का प्रयास किया तो आक्रोशित लोगों से झड़प हो गई। इसके बाद पुलिस ने लोगों को खदेडऩा शुरू किया। पथराव कर रहे लोग गली में घुस गए। वहां से रुक-रुक कर पथराव होता रहा। वहीं आरएएफ के जवानों ने मोर्चा संभाला, जब जाकर स्थिति नियंत्रण में आ पाई। इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है। पुलिस को पुराने शहर में बवाल की आशंका थी। इसी के मद्देनजर आरएएफ को भी एक दिन पहले ही तैनात कर दिया गया था। वहीं इस घटना के बाद सभी संवेदनशील इलाकों में पुलिस के साथ ही पीएसी के जवानों को भी उतार दिया गया है।