स्वतंत्रदेश,लखनऊ:शाहजहां के 367वें तीन दिवसीय उर्स के दौरान ताजमहल पर लाखों की अनियंत्रित भीड़ के प्रवेश करने और सुररक्षा बलों की नाकामी को लेकर अदालत ने मुकदमा दर्ज किया है। यह मुकदमा धाकरान निवासी उमेशचंद वर्मा द्वारा प्रस्तुत प्रार्थना पत्र पर दर्ज किया गया है। जिसमें राजकुमार पटेल अधीक्षण पुरातत्वविद कार्यालय, महानिदेशक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण प्रधान कार्यालय, एडीए वीसी को आरोपित बनाया गया है।
आरोप है कि तीन दिवसीय उर्स के दौरान ताजमहल में लाखों की अनियंत्रित भीड़ ने प्रवेश किया। जिसने ताजमहल की सुंदरता एवं सुरक्षा को तार-तार करते हुए वहां लगे फूल-पौधों, फव्वारे, जाली रेलिंग आदि को नुकसान पहुंचाया। पुरातत्व विभाग और एडीए के अधिकारियों की नाकामी के चलते यह सारी अव्यस्थाएं हुईं। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रदीप कुमार सिंह ने वादी के प्रार्थना पत्र पर परिवाद दर्ज करते हुए पत्रावली पर 16 जून की तारीख नियत की है।