अपराधियों के लिए खास व्यवस्था
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:अब चेन लूट, छिनैती व अन्य अपराधों को अंजाम देकर भाग रहे अपराधियों को पुलिस अब फेस रिकग्निशन कैमरे की मदद से चौराहे पर ही दबोच लेगी। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के 10 प्रमुख चौराहों पर हाईटेक फेस रिकग्निशन कैमरे लगाए जाने की कवायद शुरू हो गई है। बीते दिनों पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर, स्मार्ट सिटी, नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों ने चौराहों का इस बाबत सर्वे भी किया है। इन कैमरों का संचालन आइटीएमएससे होगा। परीक्षण सफल होने पर अन्य चौराहों पर भी यह व्यवस्था लागू की जाएगी। प्रदेश में सबसे पहले यह व्यवस्था वाराणसी में शुरू हुई थी।
फेस रिकग्निशन कैमरा अपराधियों के डेटा बेस रिकार्ड से फोटो की पहचान करेगा। डेटा बेस आइटीएमएस में दर्ज होगा। चौराहे पर लगे कैमरे की 50-60 मीटर की जद से जैसे ही अपराधी गुजरेगा तो ट्रेस हो जाएगा। आइटीएमएस में बैठे पुलिस कर्मी को कैमरे की मदद से अलर्ट मिलेगा। आइटीएमएस कर्मचारी चौराहे पर तैनात पुलिस कर्मी को अपराधी की पहचान बताते हुए सूचना देगा। इसके बाद पुलिस कर्मी अपराधी का पीछा कर उसे पकड़ लेंगे।
डीसीपी ट्रैफिक सुभाष चंद्र शाक्य ने बताया कि हेलमेट और मास्क लगा होने पर भी फेस रिकग्निशन कैमरा अपराधी को पहचान लेगा। साफ्टवेयर फोटो और वीडियो से भी ट्रेस कर लेगा। अगर अपराधी सालों बात सक्रिय हुआ और पुलिस के रिकार्ड में उसकी पुरानी फोटो है।