ठेले पर गई अस्पताल,मरने पर भी नहीं एम्बुलेन्स
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:जिले में इलाज के लिए अस्पताल ले जाने को कोई साधन नहीं मिला तो बुजुर्ग पति अपनी बीमार पत्नी को ठेले पर लेटाकर तीन किमी दूर स्वास्थ्य केन्द्र पर ले गया. वहां से चिकित्सकों ने रेफर किया तो पैसों का इंतजाम कर टेम्पो से जिला अस्पताल पहुंचाया. इतना सबके बावजूद पत्नी की जान नहीं बची. हद तो यह कि लाश को जिला अस्पताल से घर ले जाने के लिए भी एम्बुलेंस नहीं मिली. पत्नी को ठेले पर अस्पताल ले जाते बुजुर्ग की तस्वीर सोमवार को वायरल हुई तो डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अधिकारियों से इसकी रिपोर्ट तलब की है.
रास्ते में पियरिया के पास पत्नी को ठेले पर ही लेटा छोड़कर वह पैदल घर आया. पैसे-कपड़े आदि लेकर वापस पत्नी के पास पहुंचा. वहां से टेम्पो से पत्नी को जिला अस्पताल पहुंचाया. यहां इलाज के दौरान जोगनी की मौत हो गयी. रात में करीब 11-12 बजे मौत के बाद लाश ले जाने के लिए अस्पताल वालों से एम्बुलेंस मांगा गया तो उन्होंने रात में वाहन ले जाने की अनुमति नहीं होने का हवाला दे दिया. विवश होकर 1100 रुपये में निजी एम्बुलेंस किराए पर किया और लाश को लेकर घर आया.
ठेले पर पत्नी को अस्पताल ले जाते सुकुल की तस्वीरें सोमवार को सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुईं. डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने मामले का संज्ञान लिया और अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की है. ब्रजेश पाठक ने डीजी हेल्थ को पूरे मामले को देखने के लिए बोला है. उनसे पूछा है कि इस तरह की नौबत ही क्यों आई. यह भी पूछा गया है कि एम्बुलेंस क्यों नहीं दी गई. उन्होंने डीजी को यह भी निर्देश दिया कि पूरे मामले की जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई करें.