मायावती मीडिया पर गुस्सा
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बसपा को करारी हार मिली। सिर्फ एक ही सीट बसपा जीत पाई है। इसके बाद हार का गुस्सा मायावती ने मीडिया पर उतारा है। मायावती ने ट्वीट करके लिखा कि BSP प्रवक्ता TV डिबेट में नहीं जाएंगे। मायावती ने लिखा, ‘यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान मीडिया द्वारा अपने आकाओं के दिशा-निर्देशन में जो जातिवादी द्वेषपूर्ण और घृणित रवैया अपनाकर अम्बेडकरवादी BSP मूवमेन्ट को नुकसान पहुंचाने का काम किया है, वह किसी से भी छिपा नहीं है। इस हालत में पार्टी प्रवक्ताओं को भी नई जिम्मेदारी दी जाएगी’।
मायावती ने एक और पोस्ट शेयर कर लिखा, ‘मीडिया के इस रवैये से पार्टी के सभी प्रवक्ता सुधींद्र भदौरिया, धर्मवीर चौधरी, डॉ. एमएच खान, फैजान खान और सीमा कुशवाहा अब TV डिबेट आदि कार्यक्रमों में शामिल नहीं होंगे’।
मुस्लिमों ने सपा पर भरोसा करने की बड़ी भूल की
विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के अगले दिन 11 मार्च को मायावती पहली बार मीडिया के सामने आईं। उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए भाजपा और सपा दोनों को निशाने पर लिया था। कहा कि मुस्लिम समाज बसपा के साथ तो लगा रहा, लेकिन इनका पूरा वोट समाजवादी पार्टी की तरफ शिफ्ट कर गया। इससे बसपा को भारी नुकसान हुआ। मुस्लिम समाज ने बार-बार आजमाई पार्टी बसपा से ज्यादा सपा पर भरोसा करने की बड़ी भारी भूल की है।
यूं भाजपा को रोका जा सकता था
मायावती ने कहा कि यदि मुस्लिम वोट भी दलित वोटों के साथ मिल जाता, तो पश्चिम बंगाल जैसा चमत्कार हो सकता था। वैसे ही परिणाम यहां भी दोहराएं जाते। लोग यह भूल जाते हैं कि बीएसपी ही भाजपा को रोक सकती है सपा नहीं। अगर त्रिकोणीय संघर्ष हुआ होता, तो भाजपा को आने से रोका जा सकता था। उन्होंने आगे कहा कि इस अनुभव को देखते हुए बसपा अब अपनी रणनीति में बदलाव लाएगी।
दलितों ने साथ दिया, इसके लिए आभार
मायावती ने कहा कि हर बार की तरह ही दलित वोट बैंक बसपा के साथ पूरी तरह बना रहा। इसकी मैं जितनी भी तारीफ करूं, वह कम है। हमें बाबा साहब के कारवां को न रुकने देना है, न झुकने देना है। बुरा वक्त खत्म होने वाला है। क्योंकि यूपी में जो नतीजा आया है, उससे बुरा और क्या हो सकता है।