शांति व्यवस्था बनाए रखना चुनौती
स्वतंत्रदेश,लखनऊ: 18वीं विधानसभा का चुनाव सकुशल संपन्न कराने के बाद अब पुलिस के सामने होली की सुरक्षा-व्यवस्था अगली बड़ी चुनौती होगी। चुनाव के बाद होली पडऩे की वजह से इस बार अतिरिक्त सतर्कता बरते जाने के निर्देश दिये गये हैं। चुनावी रंजिश के दृष्टिगत खासकर ग्रामीण इलाकों में गश्त बढ़ाने के साथ ही हर छोटे-बड़े विवाद को पूरी गंभीरता से लेने के निर्देश भी दिये गये हैं।
एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि होली की सुरक्षा-व्यवस्था के लिए केंद्र सरकार से 20 कंपनी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की मांग की गई है। साथ ही सभी जिलों में पीएसी भी मुस्तैद रहेगी। पिछले विधानसभा चुनाव के बाद भी होली का त्योहार पड़ा था। इस बार भी चुनाव के बाद अब 18 मार्च को होली है। मेरठ के सलावा गांव में गुरुवार देर रात दलित युवक की गाड़ी का शीशा तोडऩे की घटना के बाद हंगामा खड़ा हो गया। विवाद के पीछे चुनावी रंजिश की बात सामने आ रही है। ऐसी घटनाओं को देखते हुए डीजीपी मुख्यालय ने सभी जिलों में पूरी सतर्कता बरते जाने का निर्देश दिया है।चुनावी रंजिश को लेकर आपसी विवाद व टकराव की आशंका को देखते हुए जिला पुलिस के अधिकारियों को होली से पूर्व शांति समितियों की बैठकें करने के निर्देश भी दिये गये हैं। होली पर सभी संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस की तैनाती की जायेगी। इसके लिए पूर्व में हुई घटनाओं के अनुरूप संवेदनशील स्थलों को नये सिरे से चिन्हित करने के निर्देश भी दिये गये हैं। खासकर सोशल मीडिया सेल को आने वाले दिनों में भी भ्रामक संदेशों की 24 घंटे मानीटङ्क्षरग के निर्देश भी दिये गये हैं।