नेताओं ने झोंकी ताकत
स्वतंत्रदेश , लखनऊ:चुनावी मैदान में उतरने से पहले टिकट पाने की गर्माहट दिख रही थी। अवकाश होने पर सरकारी दफ्तरों में सन्नाटा था तो राजनीतिक दलों के दफ्तर गुलजार थे। चुनावी घोषणा होने के दूसरे दिन ही पार्टी के प्रदेश कार्यालय के बाहर भी चुनावी माहौल था। हाथ में बायोडाटा और समर्थकों के साथ दावेदार नजर आ रहे थे। हर वाहन की नेम प्लेट पर अलग-अलग सीरीज के नंबर ही बता रहे था कि किस-किस जिलों से यहां टिकट पाने की उम्मीदें जुटी हैं। वाहन पर लगे पोस्टर और स्टिकर भी बता रहे हैं कि कौन किस विधानसभा से दावेदारी कर रहा है। किसी वाहन पर ब्लाक प्रमुख तो किसी पर पूर्व ब्लाक प्रमुख। विधायक और पूर्व विधायक के साथ ही पार्टी पदाधिकारी का पदनाम भी लिखा था। महिला दावेदार भी उम्मीद लिए नजर आ रही थीं।
विधानसभा मार्ग पर भाजपा मुख्यालय के दोनों गेट पर वाहनों का जमावड़ा लगा था और कुछ मुख्यालय परिसर में तो कुछ बाहर खड़े होकर बड़े नेताओं का इंतजार कर रहे थे। विधानसभा मार्ग से त्रिलोकनाथ मार्ग की तरफ भी वाहनों की कतार खड़ी थी और हर वाहन पर विधानसभा के हिसाब से दावेदारों के फोटो समेत स्टिकर लगे थे।
भाजापा मुख्यालय परिसर में कोरोना का डर भी दिख रहा था और कुछ खास चेहरे ही नजर आ रहे थे। हर किसी के साथ दो चार कार्यकर्ता भी थे, जिसमे किसी न किसी के हाथ में संभावित उम्मीदवार का बायोडाटा भी था। पार्टी के एक पदाधिकारी के कोरोना होने की सूचना से हर कोई कुछ समय रहने के बाद ही निकल जा रहा था, वैसे संभावित दावेदारों के आने जाने का दौर जारी था।