यूपी में 34 मेडिकल कॉलेज लेकिन अस्पतालों में डॉक्टर नहीं
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:25 अक्टूबर को पीएम मोदी उत्तर प्रदेश के 9 नए मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण करेंगे। इसी के साथ यूपी में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 34 हो जाएगी, जो कि देश के किसी भी राज्य से सबसे ज्यादा है। इन मेडिकल कॉलेजों को पूरा फायदा आम आदमी को मिल पाएगा या नहीं… ये सवाल अब भी बरकरार है। वजह फैकल्टी, यानी इन मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टर्स कहां से लाएंगे? मौजूदा हालात ये है कि PGI, KGMU और लोहिया जैसे नामी संस्थानों में भी 20 फीसदी तक डॉक्टर्स के पद खाली हैं। जिला अस्पतालों में भी 7200 डॉक्टर्स कम हैं। ऐसे में नए मेडिकल कॉलेज के लिए कहां से डॉक्टर्स आएंगे?
हालांकि, इस सवाल पर स्वास्थ्य विभाग के एक अफसर कहते हैं कि नए मेडिकल कॉलेजों में अभी सिर्फ MBBS प्रथम वर्ष की पढ़ाई शुरू हो रही है। फर्स्ट इयर की पढ़ाई शुरू करने के लिए हमें एक कॉलेज में सिर्फ 7 फैकल्टी चाहिए। इसका बंदोबस्त हो गया है। इसी आधार पर नेशनल मेडिकल काउंसिल ने अप्रुवल दिया है। धीरे-धीरे क्लासेस बढेंगी तो फैकल्टी रिक्रूटमेंट होती जाएगी।